हमास (Hamas) ने रविवार को कहा कि 7 अक्टूबर को इजरायल (Israel) पर किया गया हमला फिलिस्तीनी क्षेत्रों पर इजरायल के कब्जे के खिलाफ एक "आवश्यक कदम" था. हालांकि हमास ने हमलों को लेकर 16 पन्नों की एक रिपोर्ट में स्वीकार किया है कि "इजरायली सुरक्षा और सैन्य प्रणाली के तेजी से पतन और गाजा के साथ सीमा क्षेत्रों में अराजकता के कारण कुछ गलतियां हुईं."
अंग्रेजी और अरबी में जारी यह दस्तावेज हमास की ओर से जारी पहली सार्वजनिक रिपोर्ट थी, जिसमें उसने गाजा की सैन्य सीमा को तोड़ते वक्त हमलों को उचित ठहराया. आधिकारिक इजरायली आंकड़ों के आधार पर एएफपी के अनुसार, हमलों में करीब 1,140 लोगों की मौत हो गई, जिनमें ज्यादातर नागरिक थे. वहीं करीब 250 लोगों को बंधक बना लिया गया था.
हमास ने कहा कि हमले "फिलिस्तीनी लोगों के खिलाफ सभी इजरायली साजिशों का सामना करने के लिए एक आवश्यक कदम और सामान्य प्रतिक्रिया थी."
हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इजरायल की लगातार बमबारी और जमीनी हमले में गाजा में कम से कम 25,105 लोग मारे गए हैं, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं.
हमास ने "गाजा पर इजरायल के हमले, गाजा की पूरी आबादी के खिलाफ किए गए अपराधों और जातीय सफाए को तत्काल रोकने" का आग्रह किया. साथ ही उसने गाजा के युद्ध के बाद के भविष्य को तय करने के किसी भी अंतरराष्ट्रीय और इजरायली प्रयासों को खारिज कर दिया.
'अपना भविष्य तय करने की क्षमता'हमास ने बयान में कहा, "फिलिस्तीनी लोगों के पास अपना भविष्य तय करने और अपने आंतरिक मामलों को व्यवस्थित करने की क्षमता है." बयान में कहा गया है कि "दुनिया में किसी भी पार्टी को" उनकी ओर से निर्णय लेने का अधिकार नहीं है.
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