शिया इस्माइली मुसलमानों के धार्मिक और आध्यात्मिक नेता और अरबपति करीम अल-हुसैनी का मंगलवार को 88 साल की उम्र में निधन हो गया. एपी न्यूज ने आगा खान फाउंडेशन के हवाले से बताया कि शिया इस्माइली मुसलमानों के 49वें वंशानुगत इमाम और पैगंबर मुहम्मद के वंशज का 4 फरवरी 2025 को लिस्बन में निधन हो गया. बता दें कि 88 वर्षीय करीम अल-हुसैनी आगा खान डेवलपमेंट नेटवर्क के संस्थापक और अध्यक्ष थे.
आगा खान डेवलपमेंट नेटवर्क ने घोषणा की है कि उनके उत्तराधिकारी के चयन की प्रक्रिया जल्द ही शुरू की जाएगी. नेटवर्क के लीडर्स और स्टाफ ने प्रिंस करीम आगा खान और विश्वभर में बसी इस्माइली समुदाय के लिए शोक व्यक्त किया है. एक्स पर शेयर किए गए पोस्ट में आगा खान डेवलपमेंट नेटवर्क ने लिखा है, "हम अपने संस्थापक, प्रिंस करीम आगा खान की विरासत का सम्मान करते हैं, हम अपने साझेदारों के साथ मिलकर दुनियाभर में समुदायों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाने की दिशा में काम करना जारी रखेंगे, जैसा कि वह चाहते थे, फिर चाहे उनका धार्मिक जुड़ाव या मूल कुछ भी हो."
आगा खान डेवलपमेंट नेटवर्क (AKDN) की आधिकारिक वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के मुताबिक ये जरूरतमंदों की जिंदगी को सुधारने के लिए काम करता है, खासतौर पर एशिया और अफ्रीका के लोगों की. यह नेटवर्क दुनियाभर के 30 देशों में काम कर रहा है और फिलहाल 1,000 से अधिक प्रोग्राम और इंस्टीट्यूशन चला रहा है. इनमें से कई 60 साल और कुछ 100 साल से भी ज्यादा पुराने हैं.
AKDN में लगभग 96,000 लोग हैं, जिनमें से अधिकांश विकासशील देशों में रहते हैं. गैर-लाभकारी विकास गतिविधियों के लिए वार्षिक बजट लगभग 1 बिलियन अमेरिकी डॉलर है. AKDN की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, आर्थिक विकास शाखा, आर्थिक विकास के लिए आगा खान फंड, 4 बिलियन अमेरिकी डॉलर का वार्षिक राजस्व उत्पन्न करता है, लेकिन कंपनी द्वारा जो भी पैसा आता है उसे वापस से आगे की विकास की गतिविधियों में पुनर्निवेशित किया जाता है.