शहबाज शरीफ दूसरी बार बने पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री, 336 सदस्यीय सदन में मिले 201 वोट

पीएमएल-एन और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के संयुक्त उम्मीदवार शहबाज शरीफ को 336 सदस्यीय सदन में 201 वोट मिले, जो सदन का नेता बनने के लिए आवश्यक मतों से 32 अधिक हैं. 

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शहबाज शरीफ को पाकिस्तान का 24वां प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया. (फाइल) 
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  • PML-N के वरिष्ठ नेता शहबाज शरीफ दूसरी बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने
  • PML-N और PPP के संयुक्त उम्मीदवार शरीफ को 336 में से 201 वोट मिले
  • शहबाज शरीफ को पाकिस्तान का 24वां प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया
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इस्लामाबाद:

पाकिस्तान (Pakistan) मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के वरिष्ठ नेता शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) विपक्ष की नारेबाजी के बीच नवनिर्वाचित संसद में आसानी से बहुमत हासिल करने के बाद रविवार को दूसरी बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने. वह गठबंधन सरकार का नेतृत्व करेंगे. पीएमएल-एन और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के संयुक्त उम्मीदवार शहबाज (72) को 336 सदस्यीय सदन में 201 वोट मिले, जो सदन का नेता बनने के लिए आवश्यक मतों से 32 अधिक हैं. 

जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के उनके प्रतिद्वंद्वी उमर अयूब खान को 92 वोट मिले. 

नेशनल असेंबली के अध्यक्ष सरदार एयाज सादिक ने नतीजों की घोषणा करते हुए शहबाज को पाकिस्तान का 24वां प्रधानमंत्री नियुक्त किया. 

पीटीआई समर्थित सांसदों के हंगामे और नारेबाजी के बीच नई संसद का सत्र बुलाया गया था. 

पीटीआई समर्थित सदस्यों ने इमरान खान के जेल में बंद होने के संदर्भ में ‘आजादी' और ‘कैदी 804' के नारे लगाए. पीटीआई समर्थित कुछ सांसदों ने इमरान खान के पोस्टर भी लहराए. इमरान समर्थक नारों के जवाब में पीएमएल-एन सांसदों ने ‘नवाज जिंदाबाद' के नारे लगाए और खान के खिलाफ तोशाखाना भ्रष्टाचार मामले के संदर्भ में विपक्षी सदस्यों की ओर कलाई पर बांधी जाने वाली घड़ियां लहराईं. 

पीएमएल-एन पार्टी प्रमुख नवाज शरीज ने प्रधानमंत्री के चुनाव के लिए शहबाज के समर्थन में सबसे पहले वोट दिया. 

'अच्छा होता अगर नवाज शरीफ हार स्वीकारते'

मतदान से पहले पीटीआई ने कहा कि अच्छा होता अगर पीएमएल-एन प्रमुख नवाज शरीफ हार स्वीकार करते. पार्टी ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘...लेकिन उन्होंने शर्म से जीना चुना. इस हारे हुए गठबंधन (कोलिशन ऑफ लूजर्स) खासतौर से नवाज शरीफ और मरयम के लिए हर दिन गुजरे दिन से बदतर होगा.''

आम चुनाव कराने के लिए संसद भंग किए जाने से पहले शहबाज ने अप्रैल 2022 से अगस्त 2023 तक प्रधानमंत्री के रूप में गठबंधन सरकार का नेतृत्व किया था. 

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पीपीपी सहित इन पार्टियों का मिला समर्थन 

आठ फरवरी को हुए चुनाव में शरीफ की अगुवाई में पार्टी स्पष्ट बहुमत पाने में नाकाम रही. हालांकि, तकनीकी रूप से वह 265 में से 75 सीट के साथ सबसे बड़ी पार्टी है. 

पीपीपी के अलावा शहबाज के पास मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (एमक्यूएम-पी), पाकिस्तान मुस्लिम लीग (क्यू), बलूचिस्तान आवामी पार्टी, पाकिस्तान मुस्लिम लीग (जेड), इस्तेकाम-ए-पाकिस्तान पार्टी तथा नेशनल पार्टी का समर्थन है. 

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(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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