लापता पनडुब्बी की तलाश के दौरान पानी के नीचे टाइटेनिक जहाज के पास एक मलबा मिला है. मिल रही जानकारी के अनुसार इस मलबे को एक रोबोट ने ढूंढ़ निकाला है. बता दें कि जो पनडुब्बी कुछ दिन पहले लापता हुआ था, उसमे पांच लोग मौजूद हैं. इस पनडुब्बी में कुछ ही घंटे का ऑक्सीजन बचा था. ऐसे में इसकी जल्द से जल्द ढूंढ़ निकालने के लिए तमाम प्रयास किए जा रहे हैं.
यूएस कोस्ट गार्ड ने अपने एक बयान में कहा है कि मलबा मिलने के बाद विशेषज्ञ इसकी जानकारी की जांच कर रहे हैं. बता दें कि रविवार को टाइटैनिक के मलबे की ओर जाते समय एक पनडुब्बी लापता हो गई थी. अमेरिकी तटरक्षक, कनाडाई सैन्य विमान, फ्रांसीसी जहाज और टेलीगाइडेड रोबोट जैसी संस्थाएं लगातार इस पनडुब्बी को खोज रही हैं. ये एक बहुराष्ट्रीय अभियान का हिस्सा बन गई हैं.
यूएस कोस्ट गार्ड के मुताबिक, पनडुब्बी पर मौजूद लोगों के पास कुछ ही घंटे का ऑक्सीजन बचा है, जिसके कारण बचावकर्मी चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं. पनडुब्बी टाइटन को आपात स्थिति में 96 घंटे तक ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए डिजाइन किया गया था.
माना जाता है कि टाइटन के चालक दल के पास सीमित राशन है. लापता पनडुब्बी पर सवार पांच लोगों में ब्रिटिश अरबपति हामिश हार्डिंग, पाकिस्तानी टाइकून शहजादा दाऊद और उनका बेटा शामिल हैं. टाइटन पनडुब्बी की तलाश कर रहे सोनार क्षमताओं वाले एक कनाडाई विमान ने बुधवार को आवाजें सुनीं गईं, और दूर से संचालित वाहनों को उस क्षेत्र में ले जाया गया, जहां से आवाजें उत्पन्न हुई थीं.
टूर कंपनी ओशियनगेट की इस छोटी पनडुब्बी में पांच लोग सवार थे. जिसमें पायलट भी शामिल है. इस पनडुब्बी में सफर के लिए एक पर्यटक को 2 करोड़ 28 लाख से ज्यादा की रकम चुकानी होती है. ये यात्रा न्यूफाउंडलैंड के सैंट जॉन्स से शुरू होती है. टाइटैनिक के मलबे तक पहुंचने और वापस आने की संपूर्ण डुबकी में आठ घंटे तक का समय लगता है.