विवाद के बाद पहली बार मालदीव दौरे पर विदेश मंत्री एस जयशंकर, डिजिटल भुगतान सहित इन मुद्दों पर बनी सहमति

विदेश मंत्री जयशंकर ने शुक्रवार देर रात एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "आज माले में विदेश मंत्री मूसा जमीर के साथ सार्थक चर्चा हुई. इस एजेंडे में विकास साझेदारी, क्षमता निर्माण, द्विपक्षीय और क्षेत्रीय सुरक्षा, व्यापार और डिजिटल सहयोग में हमारी भागीदारी शामिल थी.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
माले:

विदेश मंत्री एस जयशंकर शुक्रवार शाम तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर मालदीव पहुंचे. यहां मालदीव के विदेश मंत्री जमीर ने वेलाना अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उनका स्वागत किया. मालदीव में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने समकक्ष मूसा जमीर के साथ सुरक्षा, व्यापार और डिजिटल सहयोग पर चर्चा की. दोनों नेताओं ने संयुक्त रूप से स्ट्रीट लाइटिंग, मानसिक स्वास्थ्य, बच्चों की स्पीच थेरेपी और विशेष शिक्षा के क्षेत्रों में छह परियोजनाओं का उद्घाटन किया.

विदेश मंत्री जयशंकर ने शुक्रवार देर रात एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "आज माले में विदेश मंत्री मूसा जमीर के साथ सार्थक चर्चा हुई. इस एजेंडे में विकास साझेदारी, क्षमता निर्माण, द्विपक्षीय और क्षेत्रीय सुरक्षा, व्यापार और डिजिटल सहयोग में हमारी भागीदारी शामिल थी. इसके अलावा स्‍ट्रीट लाइटिंग, मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य, बच्चों की स्पीच थेरेपी और विशेष शिक्षा के क्षेत्रों में 6 उच्‍च प्रभाव वाली परियोजनाओं का संयुक्‍त रूप से उद्घाटन किया गया.”

उन्होंने बताया कि मालदीव में डिजिटल भुगतान प्रणाली शुरू करने के लिए भारत के राष्ट्रीय भुगतान निगम और मालदीव के आर्थिक विकास और व्यापार मंत्रालय के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए. अतिरिक्त 1000 सिविल सेवा अधिकारियों के प्रशिक्षण पर राष्ट्रीय सुशासन केंद्र और सिविल सेवा आयोग के बीच समझौता ज्ञापन के नवीनीकरण का स्वागत किया.

विदेश मंत्री ने अपने आगमन के बाद एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "मालदीव पहुंचकर खुशी हुई. हवाई अड्डे पर मेरा स्वागत करने के लिए विदेश मंत्री मूसा जमीर का धन्यवाद. मालदीव 'नेबरहुड फर्स्ट' और 'सागर' के हमारे दृष्टिकोण में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है. नेतृत्व के साथ सार्थक बातचीत की आशा है."

इससे पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जनवरी 2023 में मालदीव का दौरा किया था.
 

Featured Video Of The Day
Amitabh Bachchan का BOLD सीन, जिसके बाद रात भर रोईं Smita Patil! आखिर क्यों हुआ पछतावा? | NDTV India