Ukraine : खारकीव मिलिट्री अकादमी पर हमला, रूसी सेना ने दागा रॉकेट

Russia Ukraine War: रूस यूक्रेन युद्ध का आज 7वां दिन है, जिस तरह से युद्ध शुरु हुआ रूस को भी नहीं लगा था कि रूसी सेना के आगे यूक्रेन के हौंसले यूं बुलंद रहेंगे. युक्रेन डटा हुआ है.

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रूस ने किया खारकीव मिलिट्री अकादमी पर हमला

रूस लगातार यूक्रेन (Russi-Ukraine War ) पर आक्रामक हमले करता जा रहा है. अब रूसी सैनिकों ने रॉकेट दागकर खारकीव मिलिट्री अकादमी पर हमला किया है.इससे पहले रूस ने खारकीव में पैराट्रूपर्स उतारे थे. यूक्रेनी सेना ने खारकीव के रिहायशी इलाकों में भी रूसी हमलों का आरोप लगाया है. खारकीव में रूसी हमले तेज हो गए हैं. खारकीव का सिटी स्कावयर तबाह हो चुका  है. वहां के अस्पताल पर भी हमला किया गया है. खारकीव में टीवी टावर पर भी हमला किया गया, जिसमें 5 नागिरकों की मौत हुई है. रूसी सेना कीव सेकुछ किलोमीटर दूरी पर ही. खेरसोन और मरिउपोल में भी रूसी हमले तेज  हो चुके हैं. खेरसोन के कुछ इलाकों पर रूसी कब्जा हो चुकगा है. उधर, 64 किमी लंबे रूसी सेना के काफिले की रफ्तार धीमी हुई है.

रूस सबसे पहले बमबारी रोके, फिर बातचीत की मेज पर बैठे : यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की की दो टूक

रूस-यूक्रेन युद्ध का आज 7वां दिन है, जिस तरह से युद्ध शुरू हुआ रूस को भी नहीं लगा था कि रूसी सेना के आगे यूक्रेन के हौंसले यूं बुलंद रहेंगे. युक्रेन डटा हुआ है. लड़ाई में बना हुआ है. इस बीच आज सुबह अमेरिका राष्ट्रपति जो बाइडेन ने राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा कि अमेरिका सेनिक युक्रेन युद्ध में नहीं कूदेंगे,  हालांकि उन्होंने ये कहा कि रूस ने यूक्रेन में जंग छेड़कर बहुत बड़ी गलती की है. रूस को हमले की कीमत चुकानी होगी. उन्होंने रूस के खिलाफ कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगाएंगे. बाइडेन ने कहा कि पुतिन ने सोच समझकर हमला किया.

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यूक्रेन को एक बिलियन डॉलर की मदद का ऐलान करते हुए बाइडेन बोले कि रूस को लगा था यूक्रेन झुक जाएगा,  लेकिन यूक्रेन डटा हुआ है. अमेरिका यूक्रेन के लोगों के साथ है. अमेरिकी सेना यूक्रेन युद्ध में हिस्सा नहीं लेगी, लेकिन हम एकजुट हैं और रहेंगे. यूरोपीय यूनियन एक है, सब देश साथ हैं.

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उधर, यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने मंगलवार को कहा कि युद्धविराम पर सार्थक बातचीत शुरू होने से पहले रूस को यूक्रेनी शहरों पर बमबारी बंद करनी होगी. बता दें कि इसी हफ्ते पहले दौर की बातचीत से कोई सार्थक नतीजा  नहीं  निकल  पाया  था. न्यूज एजेंसी रायटर्स के मुताबिक, एक इंटरव्यू में जेलेंस्की ने नाटो सदस्यों से रूसी वायुसेना को रोकने के लिए नो फ्लाई जोन लगाने का आग्रह किया.  उन्होंने ये भी कहा कि इस मुश्किल समय में यूक्रेन की मदद करके नाटो देश युद्ध में नहीं कूदेंगे, बल्कि वो सुरक्षा उपाय बढ़ाने का काम करेंगे.

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