रूस (Russia) की संसद क्रेमलिन ने कहा है कि जनमत संग्रह के बाद शुक्रवार को यूक्रेन के चार रूस-नियंत्रित क्षेत्रों को रूस में जोड़ दिया जाएगा. राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन (Vladimir Putin) के प्रवक्ता ने यह जानकारी देते हुए कहा, "कल ग्रांड क्रैमलिन पैलेस के जॉर्जियन हॉल में एक हस्ताक्षर आयोजन होगा. इसमें रूस में नए क्षेत्रों को मिलाया जाएगा." उन्होंने साथ ही यह भी बताया कि रूसी नेता इस मौके पर एक अहम भाषण देंगे. यूक्रेन (Ukraine) के लुहांस्क, दोनेत्स्क, खेरसान और जापोरिझिझिया क्षेत्रों पर रूस ने कब्जा जमा लिया था. यहां तैनात रूसी अधिकारियों ने बताया था जनमत संग्रह में इन इलाकों के निवासियों ने रूस का समर्थन दिया.
इन चारों इलाकों के रूस समर्थित नेताओं ने कहा कि वो मास्को में हैं और राष्ट्रपति पुतिन के साथ बैठक की उम्मीद कर रहे हैं.इससे पहले संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने मंगलवार को यूक्रेन के रूसी कब्जे वाले इलाकों दोनेत्स्क, लुहांस्क, खेरसॉन और जापोरिज्जिया में हाल में हुए कथित जनमत संग्रह पर चर्चा के लिए बैठक बुलाई थी. वहीं यूरोपीय संघ प्रमुख ने कहा था कि समूह यूक्रेन जनमत संग्रह के लिए जिम्मेदार रूस, अधिकारियों पर नये प्रतिबंध लगाये.
रूस के नियंत्रण वाले यूक्रेनी क्षेत्रों में जारी जनमत संग्रह के लिए मतदान का अंतिम दिन मंगलवार रखा गया था. आशंका जताई जा रही थी कि रूस जल्दी ही इन क्षेत्रों को अपनी सम्प्रभु सीमा घोषित करेगा. रूस के इस कदम से और युद्ध में परमाणु हथियार के उपयोग की धमकी से उसके और पश्चिमी देशों के बीच तनाव भी बढ़ रहा है.
अमेरिका ने रूस के कब्जे वाले पूर्वी और दक्षिणी यू्क्रेन के हिस्से को रूस में मिलाने के लिए जनमत संग्रह कराने की मास्को की योजना को ‘‘दिखावा'' करार दिया था तथा इसे ‘‘संप्रभुता तथा क्षेत्रीय अखंडता के सिद्धांत का अपमान'' बताया था. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने मंगलवार को दावा किया कि ‘‘ जनमत संग्रह में हेरफेर किया जाएगा।'' साथ ही उन्होंने कहा कि अमेरिका यूक्रेन के किसी भी हिस्से पर रूस के कथित कब्जे के दावे को मान्यता नहीं देगा।
सुलिवन ने व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से कहा, ‘‘ यह जनमत संग्रह संप्रभुता तथा क्षेत्रीय अखंडता के उन सिद्धांतों का अपमान है जो अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था का आधार हैं।''
उन्होंने कहा, ‘‘ हम जानते हैं कि जनमत संग्रह में हेर-फेर की जाएगी। रूस इन दिखावटी जनमत संग्रहों का उन क्षेत्रों पर कब्जा करने के लिए या तो अभी या बाद में इस्तेमाल करेगा।''
सुलिवन ने कहा, ‘‘ हम इस क्षेत्रों को यूक्रेन के क्षेत्र के अलावा कभी किसी अन्य रूप में मान्यता नहीं देंगे। हम रूस की कार्रवाई को खारिज करते हैं। हम रूस को जवाबदेह ठहराने के लिए हमारे सहयोगियों के साथ मिलकर काम करना जारी रखेंगे।''