रूसी सेना ने यूक्रेन में भयंकर तबाही मचाई हुई है. दोनों ओर से हमले में काफी जान-माल की क्षति पहुंची है. इस युद्ध के बीच यूक्रेन अपने एक सैनिक की खूब प्रशंसा कर रहा है. बताया जाता है कि यूक्रेन के इस सैनिक ने रूसी टैंकों को आगे बढ़ने से रोकने के लिए अपनी जान की भी परवाह नहीं की. दरअसल, रूसी सेना हेनिचेस्क ब्रिज (Henichesk bridge) की ओर बढ़ रही थी. इस सैनिक की तैनाती इसी ब्रिज पर की गई थी. जब इस सैनिक को रूसी सेना को रोकने का कोई उपाय सूझता नहीं दिखा, तो उसने इस ब्रिज को ही उड़ाने का फैसला किया. लेकिन समय बहुत कम था. इसको देखते हुए सैनिक विटाली स्काकुन वोलोडिमिरोविच ( Vitaly Skakun Volodymyrovych) ने खुद को उड़ा लिया और ब्रिज को नष्ट कर दिया. इस वजह से रूसी सेना के हेनिचेस्क ब्रिज से जाने के मंसूबों पर पानी फिर गया.
रूसी टैंकों को रोकने के लिए उसके बलिदान की अब यूक्रेनी सेना द्वारा खूब तारीफ की जा रही है. यूक्रेन की इस सैनिक को एक हीरो के तौर पर पेश किया जा रहा है. यूक्रेनी सेना ने फेसबुक पर लिखा, जब रूसी टैंक क्षेत्र में प्रवेश कर गए, तो मरीन बटालियन इंजीनियर वोलोडिमिरोविच को हेनिचेस्क ब्रिज (Henichesk bridge) पर तैनात किया गया था. जैसे ही रूसी सेना उसकी ओर बढ़ी, तभी उसे एहसास हुआ कि पर्याप्त समय नहीं है. इसलिए उसने खुद को उड़ा लिया और ब्रिज को नष्ट कर दिया. द सन की रिपोर्ट के अनुसार, विटाली स्काकुन वोलोडिमिरोविच के साथियों ने दुश्मन को रोकने को लेकर उसके कार्य की प्रशंसा की है.
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बता दें कि राजधानी कीव पर मिसाइल हमलों के बीच यूक्रेनी नागरिकों ने शुक्रवार को पोलैंड, रोमानिया, हंगरी और स्लोवाकिया में बड़ी संख्या में घुसपैठ की है. इस इलाके में बड़ी संख्या में लोगों को सीमा पर घंटों इंतजार करते हुए भी देखा गया.गुरुवार को यूक्रेन से कम से कम 29,000 लोगों ने पोलैंड में प्रवेश किया है. हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि इनमें से कितने युद्ध शरणार्थी हैं और कितने घर वापसी करने वाले हैं.
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