यूक्रेन (Ukraine) पर बढ़ते रूस (Russian) के हमले के खतरे के बीच जर्मनी (Germany) के चांसलर ओलाफ शोल्ज़ (Olaf Scholz) सोमवार को यूक्रेन की राजधानी किएव (Kyiv) पहुंचे. ओफाल शोल्ज़ की रूस की यात्रा से पहले वो यूक्रेन पहुंचे हैं. ओलाफ शोल्ज़ का कहना है कि यूक्रेन पर रूस के हमले का खतरा "बेहद गंभीर" है. यूक्रेन पहुंचने पर जर्मनी के नेता सीधे राष्ट्रपति वोलोदोमिर जे़लेंस्की (Volodomyr Zelensky)से मिले जिनकी सरकार ने रूस के साथ तुरंत मीटिंग की मांग की है. यूक्रेन ये जानना चाहता है कि रूस ने यूक्रेन की सीमाओं पर 1 लाख सैनिक क्यों तैनात किए हैं.
यूरोपीय नेताओं ने चेतावनी दी है कि यह संकट यूरोप की सुरक्षा के लिए शीत युद्ध के बाद का सबसे गंभीर संकट है. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन पूर्वी यूरोप से पश्चिमी देशों के प्रभुत्व को कम करने की मांग कर रहे हैं और साथ ही यूक्रेन के नाटो में शामिल होने पर भी वो बैन लगाना चाहते हैं.
यूक्रेन (Ukraine) पर रूस (Russia) के हमले के बढ़ते डर के बीच कई देश अपने नागिरकों से यूक्रेन छोड़ने की अपील कर रहे हैं और यूक्रेन के दूतावास में अपने कूटनीतिक स्टाफ (Diplomatic Staff) की संख्या में कटौती कर रहे हैं. अमेरिका (US) के साथ ही अब तक जर्मनी (Germany) , इटली (Italy), ब्रिटेन (Britain), आयरलैंड (Ireland), बेल्जियम (Belgium) , लक्ज़मबर्ग (Luxemburg) , नीदरलैंड्स (Netherlands) , कनाडा (Canada) , नॉर्वे (Norway) , एस्टोनिया(Estonia) , लिथुआनिया(Lithuania) , बुल्गारिया(Bulgaria) , स्लोवेनिया (Slovenia) , ऑस्ट्रेलिया(Australia) , जापान(Japan) , इज़रायल(Israel) , सऊदी अरब (Saudi Arab) और यूएई (UAE) अपने नागरिकों से यूक्रेन छोड़ने की अपील कर चुके हैं.
इससे पहले आई सैटेइट तस्वीरों (Satellite Imagery) में साफ तौर पर देखा गया था कि रूस ने बेलारूस, क्रीमिया और पश्चिमी रूस की तरफ से यूक्रेन (Ukraine) की घेराबंदी करते हुए वहां अपने सैनिकों का भारी भरकम जमावड़ा कर रखा है. मैक्सार ने हाल ही में क्रीमिया, बेलारूस और पश्चिमी रूस की सैटेलाइट तस्वीरें ली हैं, जो पूरे क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण सैन्य तैनाती को दिखाती हैं.