ब्रिटेन के प्रधानमंत्री चुने गए ऋषि सुनक ने कहा है कि वे अपने साथी सांसदों का समर्थन पाने और नेता चुने जाने के बाद खुद को सम्मानित महसूस कर रहे हैं. वे इस जिम्मेदारी को विनम्रता से स्वीकार करते हैं. गौरतलब है कि भारतीय मूल के सुनक ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री बनकर इतिहास रचने जा रहे हैं. दीवाली के दिन पेनी मॉर्डंट के दौड़ से हटने की घोषणा के बाद सुनक को कंजरवेटिव पार्टी का निर्विरोध नेता चुन लिया गया.पूर्व वित्त मंत्री (42) को कंजरवेटिव पार्टी के 357 में से आधे से अधिक सांसदों का समर्थन मिला जबकि उन्हें जीत के लिए कम से कम 100 सांसदों के समर्थन की जरूरत थी. सांसदों की प्रभावशाली समिति 1922 के प्रमुख सर ग्राहम ब्रैडी ने नाम वापस लेने के आखिरी दिन स्थानीय समयानुसार दो बजे संसद परिसर में घोषणा की कि उन्हें केवल एक नामांकन मिला है, लिहाजा सुनक नेता बनने की दौड़ में विजयी रहे हैं.
इससे पहले कंजरवेटिव पार्टी के कई चर्चित सांसदों ने जॉनसन के खेमे को छोड़ते हुए सुनक का समर्थन किया, जिनमें पूर्व गृह मंत्री प्रीति पटेल, कैबिनेट मंत्री जेम्स क्लेवर्ली और नदीम जहावी शामिल रहे. पटेल भारतीय मूल की पूर्व ब्रिटिश मंत्री हैं जिन्होंने पिछले महीने लिज ट्रस के प्रधानमंत्री चुने जाने के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने कहा कि कंजरवेटिव पार्टी को सुनक को नेतृत्व करने का मौका देना चाहिए. सुनक की जीत उनके राजनीतिक भाग्य में एक उल्लेखनीय बदलाव का प्रतीक है, जो पिछले महीने सत्तारूढ़ पार्टी के सांसदों का समर्थन नहीं मिलने के बाद निवर्तमान प्रधानमंत्री लिज ट्रस से चुनाव हार गए थे. हालांकि कंजरवेटिव पार्टी में ट्रस के नेतृत्व के खिलाफ खुला विद्रोह हो गया था, जिसके चलते सिर्फ 45 दिन तक प्रधानमंत्री रहने के बाद उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया था. (भाषा से भी इनपुट)
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