रिटायर हुए सर्जन जनरल डॉ विवेक मूर्ति का अमेरिका के नागरिकों के लिए अद्भुत विदाई नुस्खा

भारत मूल के डॉ मूर्ति ने पिछले 10 में से छह साल अमेरिका के टॉप डॉक्टर के रूप में बिताए. उनका प्रस्क्रिप्शन उनके व्यक्तिगत और पेशेवर अनुभवों पर आधारित है.

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डॉ विवेक मूर्ति.

भारत मूल के अमेरिका के निवर्तमान सर्जन जनरल डॉ विवेक मूर्ति ने अमेरिका के लिए अपना विदाई प्रिस्क्रिप्शन जारी किया है. डॉ मूर्ति ने पिछले 10 में से छह साल अमेरिका के टॉप डॉक्टर के रूप में बिताए. उनका प्रस्क्रिप्शन उनके व्यक्तिगत और पेशेवर अनुभवों पर आधारित है. डॉ मूर्ति ने अपने पूर्ववर्तियों के विपरीत शारीरिक बीमारियों पर ध्यान केंद्रित किया. 

बाइडेन प्रशासन में सेवा के दौरान उन्होंने अमेरिका में मानसिक स्वास्थ्य की समस्या और अकेलेपन व अलगाव के संकट पर ध्यान केंद्रित किया. उनका उद्देश्य अमेरिकियों द्वारा महसूस किए जा रहे दर्द और दुख के मूल कारणों को समझना था.

डॉ मूर्ति ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा है- ''आज मैं अमेरिका के लिए अपना विदाई नुस्खा (Prescription) जारी कर रहा हूं. यूएस सर्जन जनरल के रूप में अपना कार्यकाल पूरा करने के बाद यह मेरे अंतिम विचार हैं. यह एक मूलभूत और जरूरी सवाल से जुड़े हैं, जिनसे मैं जूझ रहा हूं. इतने सारे लोग जो दर्द और दुख का अनुभव कर रहे हैं, उसके मूल कारण क्या हैं?''

डॉ मूर्ति ने कहा कि दो कार्यकालों के दौरान पूरे अमेरिका में यात्राएं करने और हजारों अमेरिकियों से बात करने के बाद उन्होंने एक बहुत ही परेशान करने वाली बात देखी कि सभी अमेरिकियों को परेशान करने वाली एक बात आम थी कि सामुदायिक भावना घटती जा रही है.

डॉ मूर्ति ने लिखा है कि, "निराशा लोगों ने बताया है कि उनके पास भरोसा करने के लिए कोई नहीं है. या वे मुझे बताते हैं कि उन्हें लगता है कि वे जीवन का बोझ अकेले ही उठा रहे हैं और यह थका देने वाला है. अलग-अलग तरीकों से लोग मुझे बताते हैं कि उन्हें लगता है कि उनके जीवन में कुछ कमी है."

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डॉ मूर्ति अपने अंतिम प्रस्क्रिप्शन, यानी  नुस्खे में बताते हैं कि कैसे अमेरिकी लोग रिश्तों, सेवा और उद्देश्य पर केंद्रित समुदाय का पुनर्निर्माण करके स्वास्थ्य, खुशी और संतुष्टि हासिल कर सकते हैं.

डॉ मूर्ति का तर्क है कि तीन चीजें - "रिश्ते, सेवा और उद्देश्य" खुशहाल, जुड़ाव वाले और पूर्णता वाले जीवन के लिए आवश्यक हैं. यह "पूर्णता का त्रिकोण" है जो सफलता की हमारी मौजूदा परिभाषा ''धन, प्रसिद्धि और शक्ति''  के विपरीत है, जो कि व्यक्ति पर ध्यान केंद्रित करती है. इसके विपरीत पूर्णता हमें व्यक्ति से बड़ी किसी चीज से जोड़ती है और इस तरह हमें अर्थ और अपनेपन की भावना दोनों देती है.

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मूर्ति के प्रत्येक तत्व पर विचार हैं और उनके अंतिम नुस्खे में विस्तार से बताया गया है कौन सी बात हमारे स्वास्थ्य को कैसे प्रभावित करती है.

खुशी और समर्थन के ताकतवर स्रोत हैं रिश्ते 

हमारे रिश्ते दोस्तों, परिवार, पड़ोसियों, सहकर्मियों और अन्य लोगों के साथ बनाते हैं. स्वस्थ रिश्ते खुशी और समर्थन का एक शक्तिशाली स्रोत हो सकते हैं, और तनाव के लिए बफर हो सकते हैं. जब हमारे पास सार्थक रिश्ते नहीं होते हैं, तो हम अकेलेपन का अनुभव कर सकते हैं. वर्तमान में एक तिहाई वयस्क और लगभग आधे युवा अकेलेपन का अनुभव करते हैं. सामाजिक रूप से अलग-थलग होने से हृदय रोग, डिमेंशिया, अवसाद, चिंता और समय से पहले मौत का खतरा बढ़ जाता है.

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निरंतर सेवा से घटता है बीमारियों का जोखिम

हालांकि सेवा को दूसरों को लाभ पहुंचाने के रूप में परिभाषित किया जाता है, लेकिन अपने जीवन को सेवा से भर देने से सेवा देने वाले व्यक्ति को बहुत लाभ हो सकता है. अध्ययनों से पता चलता है कि निरंतर सेवा के प्रयासों से उच्च रक्तचाप, स्ट्रोक, समय से पहले मौत, अवसाद और संज्ञानात्मक गिरावट का जोखिम कम हो सकता है व हम दूसरों से अधिक जुड़ाव महसूस कर सकते हैं.

मानसिक स्वास्थ्य के लिए अच्छा है उद्देश्यपूर्ण जीवन

उद्देश्य एक व्यापक जीवन लक्ष्य की भावना है जो हमारे फैसलों और कामों को निर्देशित करता है और प्राथमिकता देता है. उद्देश्य हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए अच्छा हो सकता है. व्यक्तिगत उद्देश्य की उच्च भावना कुछ लोगों के लिए समय से पहले मौत के साथ-साथ स्ट्रोक, फेफड़ों की बीमारी और मनोभ्रंश के जोखिम को कम कर सकती है. रिसर्च से यह भी पता चलता है कि उद्देश्य की मजबूत भावना वाले लोग अवसाद और चिंता के कम स्तर और तनाव का सामना करने में अधिक लचीलापन का अनुभव कर सकते हैं.

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