श्रीलंका (Sri Lanka) में आज हुए नए राष्ट्रपति के चुनाव (New President Election) के लिए राजपक्षे (Rajapaksa) परिवार के दबदबे वाली SLPP पार्टी का समर्थन रानिल विक्रमसिंघे (Ranil Wickramsinghe) को मिला हुआ था. श्रीलंका की 225 सदस्यीय संसद में SLPP बहुमत में है. विश्लेषकों के अनुसार कि नए राष्ट्रपति की रेस में सबसे आगे 73 साल के रानिल विक्रमसिंघे (Ranil Wickramsinghe) रहे.
रानिल विक्रमसिंघे के बारे में 10 बड़ी जानकारियां
- रानिल विक्रमसिंघे श्रीलंका में छ बार प्रधानमंत्री रह चुके हैं. पूर्व राष्ट्रपति गोटाबाया ने इस्तीफे से पहले अपने उत्तराधिकारी के तौर पर रानिल विक्रमसिंघे को चुना था.
- लेकिन राजपक्षे परिवार से नाराज़ प्रदर्शनकारी रानिल विक्रमसिंघे को पसंद नहीं करते हैं क्योंकि वो उन्हें गोटाबाया राजपक्षे का करीबी मानते हैं.
- प्रदर्शनकारी रानिल विक्रमसिंघे के इस्तीफे की मांग भी कर रहे थे.
- गोटाबाया राजपक्षे (Gptabaya Rajapaksa) की जगह राष्ट्रपति बनने वाला उम्मीदवार त्रिपक्षीय मुकाबले में जीत कर एक ऐसे देश का प्रमुख बनेगा जो पहले ही कंगाल हो चुका है और IMF के साथ बेलआउट पैकेज के लिए बात कर रहा है. श्रीलंका में 22 मिलियन लोग खाने, ईंधन और दवाईयों की किल्लत झेल रहे हैं.
- रानिल विक्रमसिंघे ने कार्यवाहक राष्ट्रपति के तौर पर देश में आपातकाल लगा दिया था जिसमें सुरक्षा बलों और पुलिस को बड़े स्तर पर ताकत दी गई.
- विपक्ष के अनुसार विक्रमसिंघे का प्रदर्शनकारियों पर सख्ती बरतना उन सांसदों को रास आया है जो भीड़ की हिंसा के निशाने पर थे.
- रानिल को कानून-व्यवस्था लागू करने वाले उम्मीदवार के तौर पर देखा गया.
- राष्ट्रपति पद पर जीतने के बाद ऐसी संभावना है कि वो प्रदर्शनकारियों पर और सख्ती बरतेंगे जो उनके इस्तीफे की मांग कर रहे हैं.
- कार्यवाहक प्रधानमंत्री के पद पर रानिल विक्रमसिंघे ने कहा था कि सर्वदलीय सरकार का मार्ग प्रशस्त करने के लिए वो इस्तीफा देने को तैयार हैं.
- विरोध प्रदर्शनकारी रानिल विक्रमसिंघे पर राजपक्षे परिवार के हितों को बचाने के आरोप लगा रहे हैं.
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