पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने शनिवार को नेशनल एसेंबली में विश्वास मत हासिल कर लिया है. 342 सदस्यी नेशनल एसेंबली में उनको जीत के लिए 171 वोट चाहिए थे. पाकिस्तान तहरीक़े इसाफ़ के 157 और सहयोगी पार्टियों को मिला कर इमरान खान को 178 वोट हासिल हुए. विपक्ष ने इस विश्वास मत का बहिष्कार किया इसलिए सदन में विपक्ष के सांसद मौजूद नहीं थे. सीनेट चुनाव में अपने वित्त मंत्री के हार जाने के बाद विपक्ष ने इमरान खान पर इस्तीफ़े का दबाव बनाया था. वह अविश्वास प्रस्ताव लाने की रणनीति बना रहा था लेकिन इमरान खान ने ख़ुद आगे बढ़ कर विश्वास मत हासिल करने का ऐलान कर दिया.
पाकिस्तान की नेशनल एसेंबली स्पीकर असद क़ैसर ने ऐलान किया कि इमरान खान को आज 178 वोट मिले हैं. उन्होंने कहा कि 2018 में जब पीएम बने थे इमरान खान तो 176 वोट मिले थे. गौरतलब है कि गिलानी की जीत के बाद कई विपक्षी नेताओं ने खान की भारी आलोचना की और मांग की कि उन्हें प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए.
क्रिकेटर से नेता बने 68 वर्षीय खान ने कहा गुरुवार को दावा किया था, “मैं परसों (शनिवार) विश्वास मत हासिल करूंगा. मैं अपने सदस्यों से यह दिखाने के लिए कहूंगा कि उनका मुझ पर विश्वास है. अगर वे कहते हैं कि उन्हें कोई भरोसा नहीं है, तो मैं विपक्षी बेंच पर बैठूंगा.”