'बंधकों की रिहाई के मुद्दे पर हमास की हर बात नहीं मानेगा इजरायल', बेंजामिन नेतन्याहू की चेतावनी

बंधकों के मुद्दे पर पीएम ने कहा कि सुरक्षा परिषदों के साथ बातचीत के दौरान कहा कि इज़रायल हमास के हर बात को मानने को तैयार नहीं है. मीडिया को दिए अपने बयान में पीएम ने कहा कि हर समझौते को हम मानने के लिए तैयार नहीं हैं.

Advertisement
Read Time: 25 mins
पीएम ने कहा- "हम हर समझौते को मानने के लिए तैयार नहीं हैं"

इज़रायल के प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार को कहा कि इजरायल हमास द्वारा बंधक बनाए गए बंधकों को रिहा करने के लिए किसी भी कीमत पर समझौते को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है. यह बयान तब आया जब हमास के साथ समझौते की बात चल रही थी, जिसमें हमास ने कई शर्तें भी रखी थीं, साथ ही साथ सीज़फायर कम करने को कहा था. पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने साफ कर दिया है कि बंधकों की रिहाई के मुद्दे पर इजरायल हमास की हर बात नहीं मानेगा. उन्होंने कहा कि हमास रिहाई के बदले में गाजा में अपनी सत्ता बनाए रखने के लिए वहां स्थायी युद्धविराम चाहता है और इजरायल की जेलों में जघन्य अपराधों में बंद हजारों आतंकियों-अपराधियों को छुड़वाना चाहता है. इसलिए इजरायल आतंकी संगठन की हर बात नहीं मानेगा.

Advertisement

हमास की हर बात नहीं मानेंगे

बंधकों के मुद्दे पर पीएम ने कहा कि सुरक्षा परिषदों के साथ बातचीत के दौरान कहा कि इज़रायल हमास के हर बात को मानने को तैयार नहीं है. मीडिया को दिए अपने बयान में पीएम ने कहा कि हर समझौते को हम मानने के लिए तैयार नहीं हैं.

"ट्रंप की बात ही कुछ और थी"

वह अपने धुर दक्षिणपंथी राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इतामार बेन-ग्विर को भी फटकार लगाते हुए दिखाई दिए, जो चाहते हैं कि यहूदी बसने वाले गाजा लौट आएं, और जिन्होंने एन्क्लेव में मानवीय सहायता वितरण के लिए दबाव डालने के लिए इजरायल के सबसे कट्टर सहयोगी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन की आलोचना की.

Advertisement

"बिडेन इज़रायल को मदद नहीं कर रहे हैं"

वॉल स्ट्रीट जर्नल के साथ एक साक्षात्कार में बेन-ग्विर ने कहा, "हमें अपना पूरा समर्थन देने के बजाय, बिडेन गाजा को मानवीय सहायता और ईंधन देने में व्यस्त हैं, जो हमास को जाता है." नवंबर में होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में बिडेन के बेन-ग्विर प्रतिद्वंद्वी हैं. उन्होंने कहा कि अगर ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति होते तो अभी तक मामला कुछ और होता.

Advertisement

सीधे तौर पर बेन-ग्विर का नाम लिए बिना, नेतन्याहू, जिनका बिडेन के साथ कभी-कभी तनावपूर्ण संबंध रहा है, ने उस टिप्पणी को खारिज कर दिया, जो अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के क्षेत्र के दौरे के समय आई थी.

Advertisement

रविवार की कैबिनेट बैठक में उन्होंने कहा, "हमें अपने राष्ट्रीय हितों को दृढ़ता से बनाए रखते हुए अमेरिका और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ हमारे संबंधों को आगे बढ़ाने में किसी सहायता की आवश्यकता नहीं है."

Advertisement

बेन-गविर के साक्षात्कार के जवाब में, पूर्व विपक्षी राजनेता बेनी गैंट्ज़, जो पिछले साल आपातकालीन एकता सरकार में शामिल हुए थे, ने बिडेन को धन्यवाद संदेश ट्वीट करते हुए कहा: "इज़राइल के लोग हमेशा याद रखेंगे कि आप इज़राइल के अधिकार के लिए कैसे खड़े हुए थे हमारे सबसे कठिन घंटों में से एक में."

4 महीने से तनाव जारी

करीब चार महीने से जारी गाजा युद्ध में इजरायली सैनिकों की मौत का आंकड़ा रविवार को बढ़कर 225 तक पहुंच गया. दक्षिणी गाजा में लड़ रहे इजरायली सेना के सार्जेंट शिमोन सेहोशुआ असुलिन (24) के मरने के साथ ही मृतक सैनिकों की संख्या बढ़ी है. जबकि गाजा में मरे फलस्तीनियों की संख्या 27,500 के आंकड़े को पार कर गई है.

जवाब में, फिलिस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, इज़राइल ने गाजा के बड़े हिस्से को एक अथक अभियान में नष्ट कर दिया है, जिसमें 27,000 से अधिक लोग मारे गए हैं, और 2.3 मिलियन आबादी में से अधिकांश को अपने घरों से भागने के लिए मजबूर होना पड़ा है.

व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका गाजा में अधिक सहायता प्राप्त करने का प्रयास जारी रखेगा, जो गंभीर मानवीय संकट का सामना कर रहा है.

इसे भी पढ़ें- अमेरिकी विदेश मंत्री ने दी चेतावनी, कहा- अन्य देशों तक भी फैल सकती है इजरायल-हमास युद्ध की आग

Featured Video Of The Day
मध्य प्रदेश में पेपर लीक के ख़िलाफ़ आएगा क़ानून, एनडीटीवी के कॉन्क्लेव में सीएम मोहन यादव का एलान