पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में शनिवार को फिर से हजारों लोग सड़कों पर उतर आए. लोगों ने पाकिस्तानी सरकार, सेना और पुलिस के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया. हम तुम्हारी मौत हैं... जैसे नारे लगाए. सुरक्षाबलों ने निहत्थे लोगों पर फायरिंग कर दी. आम लोगों को निशाना बनाया. इससे हालात और बिगड़ गए. यहां तक कि पत्रकारों को भी नहीं बख्शा गया.
ये पहली बार नहीं है, जब पीओके में सरकार के खिलाफ अवाम सड़कों पर उतरी है. सरकार और सेना के खिलाफ लोगों में गुस्सा लगातार बढ़ रहा है. हालिया विवाद की वजह 6 साल की बच्ची की मौत बताई जा रही है. तस्मिया सुहैल नाम की बच्ची की लाश पीओके के कोटली में खेत में मिली थी. वह पिछले तीन दिनों से लापता थी.
बच्ची की मौत की निष्पक्ष जांच की मांग जब अनसुनी कर दी गई तो हजारों लोग सड़कों पर उतर आए. इस दौरान पाकिस्तानी सेना के खिलाफ लोगों का गुस्सा साफ नजर आया. सामने आए वीडियो में दिख रहा है कि लोग सुरक्षाबलों के काफिले के सामने नारेबाजी कर रहे हैं. सैकड़ों लोग इकट्ठा होकर प्रदर्शन कर रहे हैं. हम तुम्हारी मौत हैं.. जैसे नारे लगाए जा रहे हैं.
पीओके में लोगों के प्रदर्शन को कुचलने के लिए सुरक्षाबलों ने हदें पार कर दीं. लोगों के ऊपर गोलियां चलाई गईं. आंसूगैस छोड़ी गई. झड़पों में कई लोगों के घायल होने की खबरें हैं. हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं. कई पुलिसवाले भी जख्मी हुए हैं. भारी संख्या में पुलिस और सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है.
घटना की कवरेज करने गए पत्रकारों को भी नहीं बख्शा गया. पत्रकारों ने एकजुट होकर प्रदर्शन करते हुए कहा कि उनके साथ भी दुश्मन जैसा सलूक किया जा रहा है. उन्हें निष्पक्ष कवरेज से रोका जा रहा है. सेना और सुरक्षाबलों के अत्याचारों के खिलाफ कोटली के खुरैत्ता में पत्रकार तीन दिन से प्रदर्शन कर रहे हैं.