साउथ अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15वें ब्रिक्स समिट को संबोधित किया. पीएम मोदी ने इस दौरान कहा, "ब्रिक्स को भविष्य के लिए तैयार संगठन बनाने के लिए हमें अपने संबंधित समाजों को भी भविष्य के लिए तैयार करना होगा. प्रौद्योगिकी इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी." पीएम मोदी ने कहा, "एक धरती, एक परिवार और एक भविष्य के लिए हम सभी देशों के साथ काम कर रहे हैं. हमने अफ्रीकी यूनियन को जी-20 की स्थायी सदस्यता देने का सुझाव रखा है. इससे उनका आत्मबल और बढ़ेगा. हम ब्रिक्स के विस्तार का समर्थन करते हैं."
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- "हम विकास यात्रा में सहयोग कर सकते हैं. ब्रिक्स के सभी देशों को साझा प्रयास करना चाहिए. ट्रेडिशनल मेडिसिन की दिशा में ब्रिक्स देशों को सहयोग करना चाहिए. यह समय की जरूरत भी है."
दक्षिण अफ्रीका में महात्मा गांधी के काम का किया जिक्र
पीएम मोदी ने कहा, "जोहान्सबर्ग जैसे खूबसूरत शहर में एक बार फिर आना मेरे और मेरे प्रतिनिधिमंडल के लिए खुशी की बात है. इस शहर का भारतीयों और भारतीय इतिहास से गहरा और पुराना रिश्ता है. यहां से कुछ दूरी पर टॉलस्टॉय फार्म स्थित है, जिसका निर्माण 110 साल पहले महात्मा गांधी ने करवाया था. महात्मा गांधी ने भारत, यूरेशिया और अफ्रीका के महान विचारों को जोड़कर हमारी एकता और सद्भाव की मजबूत नींव रखी."
राष्ट्रपति रामाफोसा से हुई पीएम मोदी की मुलाकात
इससे पहले साउथ अफ्रीका दौरे के दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति रामाफोसा से मुलाकात की. दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय बैठक हुई.पीएम मोदी के संबोधन के बाद बाकी नेता भी बयान जारी करेंगे. समिट के बाद BRICS लीडर्स एक जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस भी करेंगे.
ब्रिक्स देशों के इनवेस्टर्स को भारत में निवेश
इससे पहले मंगलवार को ब्रिक्स बिजनेस फोरम हुआ. इसमें पीएम मोदी ने करीब 3 मिनट का भाषण दिया. पीएम ने कहा- "डिजिटल ट्रांजैक्शन के मामले में भारत अव्वल है. ब्रिक्स देशों को इकोनॉमिक फ्रंट पर सहयोग करना होगा. भारत बहुत जल्द 5 ट्रिलियन इकोनॉमी बन जाएगा. हम वर्ल्ड का ग्रोथ इंजन बन जाएंगे. भारत ने ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के क्षेत्र में जबरदस्त सुधार किए हैं. मैं ब्रिक्स देशों के इनवेस्टर्स को भारत में निवेश का न्योता देता हूं."