प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi France Visit) गुरुवार को 2 दिन के दौरे पर फ्रांस पहुंच गए हैं. उन्हें फ्रांस के नेशनल डे यानी बैस्टिल डे पर मुख्य अतिथि आमंत्रित किया गया है. पीएम मोदी गुरुवार शाम 4 बजे पेरिस पहुंचे. ओरली एयरपोर्ट पर फ्रांसीसी प्रधानमंत्री एलिजाबेथ बोर्न ने उनका औपचारिक स्वागत किया. सेरिमोनियल वेलकम के बाद पीएम मोदी ने फ्रांसीसी मंत्रियों और नेताओं से मुलाकात की. फ्रांस पहुंचने के बाद पीएम मोदी पेरिस के ला सीएन म्यूजिकले में प्रवासी भारतीयों को संबोधित करेंगे. ला सीएन म्यूजिकाले में फिलहाल इंडियन एम्बेसी और मिनिस्ट्री ऑफ कल्चर की तरफ से फेस्टिवल ऑफ इंडिया, ‘नमस्ते फ्रांस' को होस्ट कर रहा है.
प्रवासी भारतीयों को संबोधित करने के बाद पीएम मोदी फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों आधिकारिक आवास एलसी पैलेस जाएंगे. जहां मैक्रों ने उनके लिए प्राइवेट डिनर रखा है. इस दौरान दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय बातचीत भी होगी.
पीएम मोदी का ये दौरा ऐसे वक्त पर हो रहा है, जब भारत-फ्रांस की रणनीतिक साझेदारी को 25 साल पूरे हो गए हैं. पीएम मोदी से पहले 2009 में मनमोहन सिंह भारत के पहले ऐसे प्रधानमंत्री बने थे, जिन्हें बैस्टिल डे के मुख्य अतिथि बनने के लिए न्योता मिला था.
फ्रांस में पीएम मोदी का आज का शेड्यूल:-
-भारतीय समयानुसार शाम के करीब 7:30 बजे पीएम मोदी सीनेट पहुंचेंगे और सीनेट के अध्यक्ष गेराड लार्चर से मुलाकात करेंगे. -रात करीब 8:45 बजे पीएम मोदी फ्रांस की प्रधानमंत्री एलिजाबेथ बोर्न के साथ बैठक करेंगे.
-पीएम मोदी रात करीब 11 बजे प्रतिष्ठित ला सीन म्यूजिकल में भारतीय समुदाय के एक कार्यक्रम को संबोधित करेंगे.
-देर रात 12:30 बजे प्रधानमंत्री मोदी फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों की ओर से आयोजित प्राइवेट डिनर के लिए एलिसी पैलेस पहुंचेंगे.
फ्रांस रवाना होने से पहले पीएम मोदी ने किया ट्वीट
फ्रांस रवाना होने से पहले अपने संदेश में पीएम मोदी ने कहा, ‘‘मैं अपने मित्र, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के निमंत्रण पर 13 से 14 जुलाई तक फ्रांस के राजकीय दौरे पर रहूंगा.'' उन्होंने कहा, ‘‘यह यात्रा इसलिए खास है क्योंकि मुझे राष्ट्रपति मैक्रों के साथ फ्रांस के राष्ट्रीय दिवस या बैस्टिल दिवस पर पेरिस में होने वाले समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में सम्मिलित होना है. बैस्टिल दिवस परेड में भारत की तीनों सेनाओं का दल भी हिस्सा लेगा, जबकि भारतीय वायुसेना इस अवसर पर फ्लाई-पास्ट का प्रदर्शन करेगी.''
14 जुलाई को बैस्टिल डे परेड में होंगे मुख्य अतिथि
14 जुलाई को पेरिस में बैस्टिल डे परेड में मुख्य अतिथि होंगे. इसी दिन दोनों देशों के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की चर्चा होगी. मैक्रों लौवर संग्रहालय के कौर मार्ली परिसर में पीएम के लिए एक औपचारिक डिनर होस्ट करेंगे. फ्रांसीसी राष्ट्रपति पीएम मोदी को प्रसिद्ध संग्रहालय के दौरे पर भी ले जाएंगे. इसके बाद मोदी और इमैनुएल मैक्रों लौवर संग्रहालय की छत से एफिल टॉवर पर आतिशबाजी का आनंद लेंगे. यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री के साथ शीर्ष भारतीय सीईओ का एक व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल भी होगा.
फ्रांस से भारत को मिलेगा राफेल M लड़ाकू विमान
रक्षा क्षेत्र के लिहाज से पीएम मोदी की इस यात्रा को बेहद खास माना जा रहा है. इस दौरान भारत और फ्रांस के बीच राफेल M लड़ाकू विमान को लेकर डील होने की संभावना है. भारत अपनी नौसेना के लिए फ्रांस से 26 राफेल-M यानी मैरीटाइम लड़ाकू विमान खरीदने जा रहा है. ये विमान 5.5 अरब डॉलर (45 हजार करोड़ रुपये) में मिलेंगे. इसके साथ ही 3 स्कॉर्पीन क्लास की पनडुब्बी की डील भी हो सकती है. ये राफेल का समुद्री वर्जन होगा, जो INS विक्रांत और विक्रमादित्य के लिए आ रहा है.
दूरसंचार प्रणालियों में सहयोग की हो सकती है घोषणा
इसके साथ ही भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) और फ्रांस के राष्ट्रीय अंतरिक्ष अध्ययन केंद्र ने भारत के मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन गगनयान के लिए एक इंडो-फ्रेंच कार्य समूह की स्थापना की है. इस सहयोग के विस्तार पर चर्चा हो सकती है. भारत और फ्रांस 5जी और 6जी दूरसंचार प्रणालियों में सहयोग की भी घोषणा कर सकते हैं. वहीं, भारत और फ्रांस स्वदेशी रूप से विकसित इंजनों और प्रौद्योगिकियों के माध्यम से हार्डवेयर प्लेटफार्मों के विनिर्माण को बढ़ाने के लिए एक रक्षा-औद्योगिक रोड मैप पर हस्ताक्षर होने की संभावना है.
15 जुलाई को अबू धाबी पहुंचेंगे पीएम मोदी
फ्रांस की यात्रा खत्म कर पीएम मोदी 15 जुलाई को अबू धाबी का दौरा करेंगे. प्रधानमंत्री संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति और अबू धाबी के शासक महामहिम शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के साथ बातचीत करेंगे. भारत-यूएई व्यापक रणनीतिक साझेदारी लगातार मजबूत हो रही है. पीएम की यह यात्रा ऊर्जा, शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल, खाद्य सुरक्षा, फिनटेक, रक्षा और संस्कृति जैसे विभिन्न क्षेत्रों में इसे आगे बढ़ाने साधनों की पहचान करने का अवसर प्रदान करेगी.