- भारत, चीन और रूस के राष्ट्राध्यक्षों की तियानजिन में शंघाई सहयोग संगठन सम्मेलन से पहले महत्वपूर्ण मुलाकात हुई.
- तीनों नेता एक-दूसरे की बात ध्यान से सुनते और सहयोग की भावना के साथ बातचीत करते नजर आए.
- इस मुलाकात ने क्षेत्रीय और वैश्विक राजनीति में तीन प्रमुख देशों के बीच सहयोग को मजबूत करने का संदेश दिया.
भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन… तीनों एक साथ, तीनों एक दूसरे की बात सुनते हुए, तीनों मुस्कुराते हुए और तीनों की जुगलबंदी कैमरे में कैद हो रही थी. चीन के तियानजिन से आई यह तस्वीर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पेशानी पर बल डाल रही होगी जिन्होंने भारत के खिलाफ टैरिफ बम फोड़ रखा है.
दरअसल तियानजिन में आयोजित हो रहे शंघाई सहयोग संगठन के शिखर सम्मेलन के शुरू होने से पहले भारत, चीन और रूस के राष्ट्राध्यक्षों ने आपस में मुलाकात की है जहां तीनों के बीच कमाल की केमिस्ट्री देखने को मिली. यह अपने आप में एक मैसेज था कि कोई तीसरा देश हमारी विदेश नीति को प्रभावित नहीं कर सकता, खासकर अगर वो दवाब डालकर यह कराना चाहता हो तो.
इस मुलाकात के तुरंत बाद पीएम मोदी ने एक ट्वीट में लिखा, "तियानजिन में बातचीत जारी है! एससीओ शिखर सम्मेलन के दौरान राष्ट्रपति पुतिन और राष्ट्रपति शी के साथ विचारों का आदान-प्रदान हुआ." पीएम मोदी ने इस ट्वीट में दो तस्वीरें डाली हैं जिसमें तीनों नेता एक साथ दिख रहे हैं.
जिनपिंग और पुतिन, दोनों के साथ पीएम मोदी की द्वि-पक्षीय बैठक
इस वर्ष का SCO शिखर सम्मेलन 10 सदस्यीय समूह का सबसे बड़ा आयोजन है क्योंकि चीन ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतारेस सहित 20 विदेशी नेताओं और 10 अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रमुखों को आमंत्रित किया है. शिखर बैठक सोमवार को एक विशेष रूप से नामित सम्मेलन केंद्र में आयोजित की जा रही है, जिसे 10 सदस्यीय समूह के नेता, आमंत्रित नेताओं के साथ, संबोधित कर रहे हैं.
रविवार को शी जिनफिंग और पीएम मोदी के बीच द्वि-पक्षीय वार्ता हुई. सोमवार को SCO शिखर सम्मेलन के बाद पीएम मोदी की व्लादिमीर पुतिन के साथ भी द्वि-पक्षीय बैठक होने वाली है.