- फिनलैंड के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर स्टब ने पीएम मोदी को फोन कर मुक्त व्यापार समझौते के समर्थन की पुष्टि की.
- मोदी ने यूक्रेन युद्ध के समाधान और शांति एवं स्थिरता की शीघ्र बहाली के लिए भारत के निरंतर समर्थन को दोहराया.
- प्रधानमंत्री मोदी ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, 'राष्ट्रपति अलेक्जेंडर स्टब के साथ अच्छी बातचीत हुई.
27 अगस्त को भारत पर अमेरिकी टैरिफ का दूसरा चरण लागू हो गया है. भारत पर टैरिफ अब 50 फीसदी तक पहुंच गया है. जहां एक तरफ अमेरिका के साथ रिश्ते तनावपूर्ण हो गए हैं तो वहीं दूसरे देशों के साथ रिश्ते एक-एक कदम आगे बढ़ रहे हैं. फिनलैंड के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर स्टब की भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को की गई कॉल इस बात का प्रमाण है. इस फोन कॉल पर यूक्रेन से लेकर अमेरिका तक हुई चर्चा.
पीएमओ ने जारी किया बयान
फिनलैंड के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर स्टब ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से फोन पर बातचीत की और पारस्परिक रूप से लाभकारी भारत-यूरोपीय संघ मुक्त व्यापार समझौते के लिए अपने देश के समर्थन को दोहराया. प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि दोनों नेताओं ने भारत-फिनलैंड द्विपक्षीय संबंधों में प्रगति की भी समीक्षा की और क्वांटम प्रौद्योगिकियों, 6जी, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, साइबर सुरक्षा और सतत विकास सहित उभरते क्षेत्रों में साझेदारी बढ़ाने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की.
बयान में कहा गया है कि स्टब ने 2026 में भारत द्वारा आयोजित की जाने वाली एआई इम्पैक्ट समिट की सफलता के लिए अपना समर्थन व्यक्त किया. पीएमओ के बयान के अनुसार स्टब ने यूक्रेन में संघर्ष के समाधान पर वाशिंगटन में यूरोप, अमेरिका और यूक्रेन के नेताओं के बीच हुई हालिया बैठकों पर अपना आकलन मोदी के साथ साझा किया. बयान में कहा गया है कि मोदी ने संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान और शांति एवं स्थिरता की शीघ्र बहाली के लिए भारत के निरंतर समर्थन को दोहराया.
पीएम मोदी ने लिखी पोस्ट
प्रधानमंत्री मोदी ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, 'राष्ट्रपति अलेक्जेंडर स्टब के साथ अच्छी बातचीत हुई. फिनलैंड यूरोपीय संघ का एक महत्वपूर्ण साझेदार है. व्यापार, प्रौद्योगिकी और सतत विकास जैसे प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा हुई.' मोदी ने कहा कि उन्होंने यूक्रेन में संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान के लिए चल रहे प्रयासों पर विचारों का आदान-प्रदान किया.