- पाकिस्तान के कराची और हैदराबाद के बीच ट्रैफिक फिर से हैदराबाद बाईपास पर बड़े धरने के कारण प्रभावित हो सकता है.
- जेय सिंध महाज ने सिंधी राष्ट्रवादियों के जबरन गायब किए जाने और दमन के खिलाफ प्रदर्शन का ऐलान किया है.
- काउंटर टेररिज्म डिपार्टमेंट ने दो गिरफ्तारियों का दावा किया है. JSM ने आरोपों को राजनीतिक प्रताड़ना बताया है.
पाकिस्तान के कराची और हैदराबाद के बीच ट्रैफिक एक बार फिर से ब्लॉक होने की उम्मीदें हैं. हैदराबाद बाईपास , जो M9 मोटरवे को नेशनल हाईवे से जोड़ता है — आने वाले दिनों में एक और बड़े धरने की जगह बनने वाला है.द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, जेय सिंध महाज (JSM) ने सिंधी राष्ट्रवादियों के जबरन गायब किए जाने और सरकार समर्थित दमन की निंदा करने के लिए इस प्रदर्शन का ऐलान किया है.
लोगों का गायब होना जारी
यह घोषणा पाकिस्तान के काउंटर टेररिज्म डिपार्टमेंट (सीटीडी) के उन दो लोगों को गिरफ्तार करने के दावे के बाद हुई, जिन्हें JSM ने पहले लापता बताया था, गनी अमन चंदियो और सरमद मीरानी. सीटीडी ने दोनों पर आरोप लगाया कि वो आतंकवाद में शामिल जेएसएम से जुड़े हैं. जवाब में जेएसएम के चेयरमैन रियाज अली चंदियो ने कहा कि उनकी पार्टी चुप रहने के लिए डरी हुई नहीं है. उन्होंने कहा, 'सिंध के लोग अपनी ही जमीन पर अजनबी जैसा महसूस कर रहे हैं. कानून का राज, लोकतंत्र और न्याय प्रांत से गायब हो गए हैं.'
सरकार के दबाने के आरोप
चांदियों ने अधिकारियों पर प्रांत के अधिकारों की वकालत करने वाले सिंधी एक्टिविस्ट को सिस्टमैटिक तरीके से टारगेट करने का आरोप लगाया. उन्होंने आरोप लगाया कि विरोध की आवाजों को डरा-धमकाकर और जबरन गायब करके दबाया जा रहा है. उन्होंने आगे दावा किया कि जहां शांति से काम करने वाले पॉलिटिकल एक्टिविस्ट को सताया जा रहा है, वहीं 'क्रिमिनल, करप्ट पॉलिटिशियन, नदी किनारे के डकैत, ड्रग ट्रैफिकर और गैर-कानूनी इमिग्रेंट' सरकार के संरक्षण में बिना किसी रोक-टोक के काम कर रहे हैं.
क्या हुआ था 28 अक्टूबर को
पिछले दिनों बलूचिस्तान पोस्ट ने एक चश्मदीद के हवाले से बताया था कि गनी अमन चंदियो को 28 अक्टूबर को तारिक रोड के पास शाहराह-ए-कायदीन के मेमोना हॉस्पिटल से किडनैप किया गया था, जहां वह अपनी छोटी बेटी को इलाज के लिए लेकर आए थे. चश्मदीदों ने न्यूज पोर्टल को बताया कि आम कपड़ों में हथियारबंद लोगों के एक ग्रुप, जिनके साथ पैरामिलिट्री रेंजर्स के जवान भी थे, हॉस्पिटल में घुसे, मोबाइल फोन छीन लिए, CCTV फुटेज तोड़ दिए, और चांदियों की आंखों पर पट्टी बांधकर उसे उसके परिवार के सामने ले गए. इस घटना पर एमनेस्टी इंटरनेशनल ने कहा, '28 अक्टूबर को कराची के मेमोना हॉस्पिटल से स्टूडेंट एक्टिविस्ट गनी अमन चंदियो का किडनैप होना वह भी सरकारी सेना की तरफ से द्वारा, बहुत परेशान करने वाला है.'
गहराया मानवाधिकार संकट
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, JSM चीफ ने सिंध की बिगड़ती हालत के लिए पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (PPP) को भी दोषी ठहराया. उन्होंने सत्ताधारी पार्टी पर 'दो दशकों के करप्शन, मिसमैनेजमेंट और अनदेखी' को देखने का आरोप लगाया. एक और धरने के आने के साथ, पाकिस्तान के सबसे बिजी इंटरसिटी रूट में से एक पर आने-जाने वाले लोग ट्रैफिक की गड़बड़ी के लिए तैयार हो रहे हैं. यह विरोध सिंध के राष्ट्रवादी ग्रुप और सरकार के बीच बढ़ती दरार को दिखाता है, और एक्टिविस्ट इस बात पर गुस्सा दिखा रहे हैं कि प्रांत में मानवाधिकारों का संकट गहरा रहा है.














