'आसिम मुनीर ने कभी नहीं...' पाकिस्‍तान के पीएम शरीफ ने राष्‍ट्रपति पद पर आर्मी चीफ की नजर होने के दावों पर दिया बड़ा बयान 

पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने उन सभी अफवाहों का पुरजोर खंडन किया है, जिनमें कहा गया है कि राष्‍ट्रपति आसिफ अली जरदारी को इस्तीफा देने के लिए कहा जा सकता है.

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  • पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने राष्‍ट्रपति आसिफ अली जरदारी को इस्तीफा देने की अफवाहों का पूरी तरह खंडन किया है और इसे केवल अटकलें बताया है.
  • शरीफ ने स्पष्ट किया कि फील्ड मार्शल असीम मुनीर ने कभी राष्‍ट्रपति बनने की इच्छा व्यक्त नहीं की और उनके बीच पारस्परिक सम्मान का संबंध है.
  • गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने भी देश के शीर्ष नेतृत्व को कमजोर करने वाले दुर्भावनापूर्ण अभियान की निंदा करते हुए विदेशी तत्वों को इसके पीछे बताया है.
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इस्‍लामाबाद:

पिछले कुछ दिनों से पाकिस्तान के शीर्ष नेतृत्व में संभावित बदलाव की अटकलें तेजी से गर्मी हैं. लेकिन प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने उन सभी अफवाहों का पुरजोर खंडन किया है, जिनमें कहा गया है कि राष्‍ट्रपति आसिफ अली जरदारी को इस्तीफा देने के लिए कहा जा सकता है. दरअसल जो खबरें आ रही थीं, उसके मुताबिक आर्मी चीफ फील्ड मार्शल असीम मुनीर की नजरें राष्‍ट्रपति के पद पर हैं और देश में कभी भी तख्‍तापलट हो सकता है. 

शरीफ बोलें, ये सब सिर्फ अफवाहें 

शुक्रवार को द न्यूज से बात करते हुए शरीफ ने इन दावों को 'सिर्फ अटकलें' करार दिया. उन्‍होंने कहा कि 'फील्ड मार्शल असीम मुनीर ने कभी भी राष्‍ट्रपति बनने की इच्छा नहीं जताई है, न ही ऐसी कोई योजना है.' शरीफ ने यह भी कहा कि उनके, जरदारी और मुनीर के बीच संबंध 'पारस्परिक सम्मान' और 'पाकिस्तान की प्रगति और समृद्धि के लिए साझा दृष्टिकोण' पर आधारित है.

इससे पहले गृह मंत्री मोहसिन नकवी की तरफ से भी इसी तरह का बयान दिया गया था. नकवी ने एक्स पर एक पोस्‍ट लिखी थी जो कड़े शब्‍दों से भरा हुआ था. उन्‍होंने अपनी पोस्‍ट में देश के शीर्ष नेतृत्व को कमजोर करने के मकसद से चलाए जा रहे 'दुर्भावनापूर्ण अभियान' की निंदा की थी. नकवी ने कहा, 'हम इस दुर्भावनापूर्ण अभियान के पीछे के लोगों से पूरी तरह वाकिफ हैं.' 

'पाकिस्‍तान को मजबूत करेंगे' 

उन्होंने आगे कहा, 'मैंने साफतौर पर कहा था है कि राष्‍ट्रपति को इस्तीफा देने के लिए कहने या सीओएएस की ओर से राष्‍ट्रपति पद संभालने की आकांक्षा रखने के बारे में न तो कोई चर्चा हुई है और न ही ऐसा कोई विचार मौजूद है.' नकवी ने यह भी आरोप लगाया कि इस दुष्प्रचार में विदेशी तत्व भी शामिल हैं. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा, 'इस कहानी में शामिल लोगों, शत्रुतापूर्ण विदेशी एजेंसियों के साथ मिलकर जो चाहे करो. जहां तक हमारी बात है, हम पाकिस्तान को फिर से मजबूत बनाने के लिए जो भी जरूरी होगा, करेंगे, इंशाअल्लाह.' 

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एक डील के तहत बने राष्‍ट्रपति 

पाकिस्‍तान के राष्‍ट्रपति जरदारी पिछले साल एक राजनीतिक समझौते के तहत पांच साल के कार्यकाल के लिए चुने गए थे. इसके तहत उन्होंने शरीफ के प्रधानमंत्री पद के लिए समर्थन जताया था. तब से, जरदारी और उनके बेटे बिलावल भुट्टो जरदारी, दोनों ने ही मिलिट्री के साथ सहयोगात्मक संबंध कायम रखे हैं. बिलावल ने प्रमुख राजनयिक प्रतिनिधिमंडलों का भी नेतृत्व किया है. इनमें भारत के साथ हालिया तनाव पर चर्चा करने वाले प्रतिनिधिमंडल भी शामिल हैं—इस कदम को सत्ता के गलियारों में उनके विश्वास के संकेत के रूप में देखा जा रहा है. 

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