पाकिस्तान ने IMF के सामने फिर फैलाए हाथ, PM शहबाज शरीफ ने की नए लोन की डिमांड

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने रविवार को IMF की मैनेजिंग डायरेक्टर क्रिस्टालिना जॉर्जीवा के साथ बैठक की. इस दौरान शरीफ ने जॉर्जीवा के साथ नए लोन प्रोग्राम पर चर्चा की. पाकिस्तान के पीएम ऑफिस ने कहा कि पीएम शहबाज की मुलाकात रियाद में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के मौके पर हुई.

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शहबाज शरीफ ने 4 मार्च को पाकिस्तान के 24वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली थी.
इस्लामाबाद:

पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान (Pakistan )भयंकर आर्थिक संकट से जूझ रहा है. यहां हाल ही में नई सरकार का गठन हुआ. नवाज शरीफ के छोटे भाई शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif)गठबंधन सरकार में प्रधानमंत्री बने हैं. देश के खर्चों के लिए सरकार के पास फंड (Pakistan Economy) नहीं है. लिहाजा पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ ने एक बार फिर से अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के सामने कर्जे के लिए हाथ फैलाए हैं.

न्यूज एजेंसी 'रॉयटर्स' की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने रविवार को IMF की मैनेजिंग डायरेक्टर क्रिस्टालिना जॉर्जीवा के साथ बैठक की. इस दौरान शरीफ ने जॉर्जीवा के साथ नए लोन प्रोग्राम पर चर्चा की. पाकिस्तान के पीएम ऑफिस ने कहा कि पीएम शहबाज की मुलाकात रियाद में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के मौके पर हुई.

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दरअसल, पाकिस्तान की मौजूदा 3 अरब डॉलर का स्टैंडबाय सिस्टम इस महीने खत्म हो गया. इसके बाद पाकिस्तान एक नई दीर्घकालिक विस्तारित फंड सुविधा (Extended Fund Facility) की मांग कर रहा है.

शहबाज शरीफ के ऑफिस ने कहा, "दोनों पक्षों ने पाकिस्तान को एक नए IMF प्रोग्राम में शामिल होने पर भी चर्चा की, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि पिछले साल में किए गए लाभ समेकित हैं. साथ ही आर्थिक विकास का रास्ता सकारात्मक बना हुआ है."

इस बीच IMF का एग्जिक्यूटिव बोर्ड पाकिस्तान के लिए 1.1 अरब डॉलर की फंडिंग की मंजूरी पर चर्चा करने के लिए सोमवार को बैठक करेगा. ये  स्टैंडबाय सिस्टम की दूसरी और आखिरी किश्त है. पाकिस्तान ने पिछले गर्मियों के मौसम में ये सिस्टम सेफ कर लिया था. जिससे उसे डिफ़ॉल्टर की स्थिति को टालने में मदद मिली.

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पाकिस्तान के वित्त मंत्री मुहम्मद औरंगजेब ने कहा है कि इस्लामाबाद जुलाई की शुरुआत तक नए प्रोग्राम पर स्टाफ लेवल का समझौता हासिल कर सकता है.

पाकिस्तान का कहना है कि वह व्यापक आर्थिक स्थिरता हासिल करने और लंबे समय से प्रतीक्षित कर्ज की मांग कर रहा है. हालांकि, औरंगजेब ने यह बताने से इनकार कर दिया है कि देश किस प्रोग्राम पर अमल करना चाहता है. अगर IMF ने नए लोन प्रोग्राम को मंजूरी दे दी, तो यह पाकिस्तान का 24वां IMF बेलआउट होगा.

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