- पाकिस्तान के पेशावर में FC मुख्यालय पर फिदायीन हमला हुआ, जिसमें तीन अधिकारी मारे गए और 11 घायल हुए
- हमला सुबह की परेड की तैयारी के दौरान हुआ और लगभग 150 सैनिक मुख्यालय में मौजूद थे
- पाकिस्तान में सेना- पुलिस पर आतंकवादी हमले लगातार हो रहें, खासकर अफगान बॉर्डर इलाकों में निशाना बनाया जा रहा
पाकिस्तान एक बार फिर बड़े धमाके से दहल गया है. दो फिदायीन हमलावरों ने सोमवार, 24 नवंबर की सुबह एक सुरक्षा बल के मुख्यालय पर हमला किया, जिसमें कम से कम तीन अधिकारी मारे गए और 11 अन्य घायल हो गए. न्यूज एजेंसी एपी की रिपोर्ट के अनुसार मौत के आंकड़ों की पुष्टि स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने की है. पेशावर पुलिस प्रमुख सईद अहमद ने कहा कि हमला अफगानिस्तान की सीमा से लगे खैबर पख्तूनख्वा प्रांत की राजधानी पेशावर में हुआ, जब सुरक्षा बल शहर के मध्य में स्थित अपने हेडक्वाटर में सुबह की परेड की तैयारी कर रहे थे.
150 सैनिकों को उड़ाने की थी प्लानिंग
एपी की रिपोर्ट के अनुसार पुलिस प्रमुख सईद अहमद ने कहा कहा कि एक हमलावर ने फेडरल कांस्टेबुलरी के प्रांतीय मुख्यालय के मुख्य द्वार पर खुद को उड़ा लिया, जबकि दूसरे हमलावर को पार्किंग क्षेत्र के पास अधिकारियों ने गोली मार दी. अहमद के अनुसार, जब हमला हुआ तब लगभग 150 सुरक्षाकर्मी सुबह परेड के लिए मुख्यालय के अंदर खुले मैदान में थे. उन्होंने न्यूज एजेंसी एपी को बताया, "आज के हमले में शामिल आतंकवादी पैदल आए थे और परेड क्षेत्र तक पहुंचने में विफल रहे. हमारे बलों की समय पर प्रतिक्रिया ने एक बड़ी त्रासदी को रोक दिया."
पाकिस्तान में सेना और पुलिस आतंकियों के निशाने पर
यह हमला पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में एक अदालत के बाहर एक आत्मघाती हमलावर द्वारा किए गए हमले के दो सप्ताह से भी कम समय बाद हुआ है. इस्लामाबाद में फिदायीन हमलावर ने एक पुलिस कार के बगल में विस्फोट कर दिया था और 12 लोगों की मौत हो गई. पाकिस्तानी सेना को बलूचिस्तान में लंबे समय से विद्रोह का सामना करना पड़ रहा है, जिसमें 2024 में 782 मौतें हुई हैं.
मार्च में, बलूच लिबरेशन आर्मी ने एक ट्रेन को हाइजैक कर लिया था और ऑफ-ड्यूटी सैनिकों को मार डाला था. जनवरी के बाद से, बन्नू में छह सैनिकों सहित कई हमलों में 430 से अधिक लोग मारे गए हैं, जिनमें ज्यादातर सुरक्षा बलों के सदस्य हैं.













