पाकिस्तान में विपक्ष के नेता शहबाज शरीफ ने रविवार को पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो से मुलाकात कर देश की मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर चर्चा की. शहबाज ने नए प्रधानमंत्री को चुनने के लिए संसद के महत्वपूर्ण सत्र से पहले इन दोनों नेताओं से मुलाकात की. इमरान खान के सत्ता से बेदखल होने के बाद पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के अध्यक्ष शहबाज शरीफ ने रविवार को प्रधानमंत्री पद के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया. इमरान खान को शनिवार देर रात अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान के जरिए प्रधानमंत्री पद से हटा दिया गया था.
बैठक के दौरान, पीपीपी के नेता ने पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के अध्यक्ष शरीफ को बधाई दी. ‘जियो न्यूज' की खबर के अनुसार, दोनों पक्षों ने चुनाव सुधारों पर चर्चा की और जनहित में मिलकर काम करने का संकल्प लिया. इससे पूर्व नामांकन दाखिल करने से पहले शहबाज ने उन सभी का विशेष आभार जताया जो ''संविधान के पक्ष'' में खड़े रहे. पूर्व विदेश मंत्री एवं पीटीआई के नेता शाह महमूद कुरैशी ने भी इसी पद के लिए अपना पर्चा दाखिल किया. नेशनल असेंबली सचिवालय ने घोषणा की कि दोनों उम्मीदवारों के नामांकन पत्रों की जांच की गई, जिसके बाद उन्हें स्वीकार कर लिया गया.
पाकिस्तान के राष्ट्रपति अल्वी ने नहीं देंगे इस्तीफा
पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी इस्तीफा नहीं देंगे. खबरों में यह जानकारी सामने आई है. ‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून' की खबर के अनुसार, अल्वी ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी (पीटीआई) के नेतृत्व से सलाह मशविरा करने के बाद इस्तीफा नहीं देने का फैसला किया. खबर के अनुसार, राष्ट्रपति को अपने संवैधानिक कर्तव्यों का निर्वहन जारी रखने की सलाह दी गई है. इसके अनुसार, यदि विपक्ष के नेतृत्व वाली नई संघीय सरकार राष्ट्रपति को हटाने के लिए संवैधानिक मार्ग अपनाती है, तो पार्टी परिस्थितियों के आधार पर निर्णय लेगी.
VIDEO: इमरान खान की अविश्वास प्रस्ताव हारने के बाद पहली प्रतिक्रिया, बोले- आजादी की लड़ाई फिर से शुरू