कोरोना का नया बेहद संक्रामक वैरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron variant) अब तक 38 देशों में फैल चुका है. ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका में भी ओमिक्रॉन के नए मामले मिलने से हड़कंप मच गया है. ब्रिटेन की स्वास्थ्य एजेंसी ने कहा है कि उनके देश में ओमिक्रॉन के 75 नए मामले सामने आए हैं. इससे ब्रिटेन में कुल मामले 104 हो गए हैं. इसको लेकर कई देशों ने लॉकडाउन और अन्य तरह की सख्ती बरतना भी शुरू कर दी हैं.ओमिक्रॉन के मामले सबसे पहले साउथ अफ्रीका (South Africa) में रिपोर्ट हुए थे.
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दक्षिण अफ्रीका में इस कारण अब रोजाना 8-9 हजार से केस सामने आ रहे हैं. ब्रिटेन में रोजाना 44 हजार के करीब केस मिल रहे हैं. वहीं बेल्जियम में कोरोना को लेकर जो अंकुश लगाए गए हैं, उसके खिलाफ हिंसा भड़क उठी है. प्रदर्शनकारियों ने पत्थरबाजी की और आतिशबाजी के जरिये विरोध जताया. इसके बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले और लाठीचार्ज के जरिये भीड़ पर काबू पाया. बेल्जियम में साप्ताहिक आधार पर 18 से 20 हजार केस सामने आ रहे हैं. इटली में भी रोजाना 14-15 हजार केस मिल रहे हैं, जो पिछले हफ्ते के मुकाबले 15 फीसदी ज्यादा हैं.
भारत में भी कोरोना के नए वैरिएंट के 16 नए मामले रविवार को मिलने की पुष्टि हुई है. उधर, अमेरिका में रोजाना एक लाख से ज्यादा मामले रिपोर्ट हो रहे हैं. स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने आशंका जताई है कि दुनिया में ओमिक्रॉन वैरिएंट का पता चलने के काफी पहले ही यह खतरनाक वैरिएंट अमेरिका में प्रवेश कर चुका था.
जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के डेटा के मुताबिक, रोज 1500 से 1700 के बीच मौतें अमेरिका में हो रही हैं. अमेरिका के 16 राज्यों में अब तक ओमिक्रॉन के केस सामने आ चुके हैं. हालांकि 99 फीसदी केस अमेरिका में अब भी डेल्टा वैरिएंट के
ही हैं.
विश्व स्वास्थ्य संगठन की मुख्य वैज्ञानिक सौम्या स्वामीनाथन ने कहा है कि ओमिक्रॉन के मामले दुनिया में तेजी से बढ़ सकते हैं. वहीं साउथ अफ्रीका में बच्चों मे भी कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से मिल रहे हैं. प्रिटोरिया समेत कई जगहों पर बड़ी संख्या में बच्चे कोविड संक्रमण की चपेट में आए हैं. हालांकि इसका कोविड-19 के ओमिक्रॉन वैरिएंट से सीधे किसी संबंध को लेकर कुछ नहीं कहा गया है.