उत्तरी कोरिया की विदेश मंत्री चो-सन-हुइ रूस के दौरे पर हैं. उनकी मुलाक़ात रूस से विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से हो रही है. हुइ का ये दौरा कई मायनों में काफ़ी अहम है. माना जा रहा है कि हुइ के इस दौरे के बाद रूस के राष्ट्रपति पुतिन के उत्तरी कोरिया दौरे का रास्ता साफ़ हो सकता है. पिछले साल अक्टूबर में उत्तरी कोरिया के शासक किम जोंग-उन रूस के दौरे पर गए थे, जहां राष्ट्रपति पुतिन से उनकी अहम बैठक हुई थी. किम ने पुतिन को उत्तरी कोरिया आने का न्योता दिया था, जिसे पुतिन ने स्वीकार लिया था.
रूस, उत्तर कोरिया से हथियार खरीदने की कोशिश में...
रूस और उत्तर कोरिया के बीच इस बढ़ते रिश्ते की सबसे बड़ी वजह है, उत्तर कोरिया से रूस को हथियारों की आपूर्ति. यूक्रेन के साथ रूस का युद्ध जारी है. 24 फरवरी को इस युद्ध के शुरू हुए पूरे दो साल हो जाएंगे. इतने लंबे खिंचे युद्ध की वजह से रूस के पास कई तरह के हथियार और गोला-बारूद की कमी हो रही है. रूस, उत्तर कोरिया से बड़े पैमाने पर हथियार और गोलाबारूद खरीदने की कोशिश में है. किम के रूस दौरे के बाद अमेरिका और दक्षिणी कोरिया ने कहा कि उत्तरी कोरिया ने 10 लाख से अधिक गोले और बैलिस्टिक मिसाइल की खेप रूस भेजी. ज़ाहिर है कि ये यूक्रेन युद्ध में इस्तेमाल के लिए है. हालांकि, रूस और उत्तरी कोरिया अमेरिका और दक्षिण कोरिया के आरोपों को नकारते रहे हैं.
रूस और उत्तर कोरिया की नजदीकियों में चीन की भूमिका
उत्तरी कोरिया के शासक किम-उन अपने परमाणु और मिसाइल कार्यक्रमों के चलते प्रतिबंध झेल रहे हैं, ऐसे में वह उन देशों के साथ संबंध बढ़ाने की दिशा में लगातार कोशिश कर रहे हैं, जो अमेरिका और पश्चिमी देशों के ख़िलाफ़ हैं. रूस को हथियारों की सप्लाई से उत्तरी कोरिया की अर्थव्यवस्था को भी बड़ी मदद मिलेगी.
एक समय उत्तर कोरिया के सबसे बड़े मददगार रहे चीन के साथ उत्तर कोरिया के रिश्ते ठंडे पड़े हैं और इसलिए भी किम रूस की तरफ़ देख रहे हैं.
रूस और यूक्रेन युद्ध के और लंबा खिंचने की आशंका
रूस और उत्तरी कोरिया के बीच हथियारों के समझौते को चिंता की निगाह से देखा जा रहा है. इससे रूस और यूक्रेन युद्ध के और लंबा खिंचने की आशंका जतायी जा रही है. उत्तर कोरिया और रूस के बीच उच्चस्तरीय बैठकों का सिलसिला जुलाई 2023 में शुरू हुआ, जब रूस के रक्षा मंत्री सेर्गेई शोईगु ने कोरियाई युद्ध से जुड़े समारोह हिस्सा लेने प्योंगयांग गए. सितंबर में किम जोंग उन के रूस दौरे के बाद अक्टूबर में रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव पांच साल बाद प्योंगयांग का दौरा कर चुके हैं. अब उत्तरी कोरिया की विदेश मंत्री के दौरे पर पुतिन के उत्तरी कोरिया के दौरे पर निगाह रहेंगी. उस दौरान बड़े हथियार समझौते की संभावना जतायी जा रही है.
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