2 बच्चे और 4 साल तक सूटकेस में सड़ती उनकी लाश… न्यूजीलैंड के दिल दहलाने वाले केस में हत्यारिन मां को उम्रकैद

New Zealand suitcase murders Case: साउथ ऑकलैंड के एक स्टोरेज यूनिट में छोड़े गए सूटकेस में 2 बच्चों की लाश मिली थी. युना जो और मीनू जो की हत्या के समय उनकी उम्र केवल आठ और छह साल थी, और उनके शव मिलने से पहले वे तीन से चार साल पहले मर चुके थे.

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न्यूजीलैंड के दिल दहलाने वाले केस में फैसला आया, हत्यारिन मां को उम्रकैद की सजा
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  • न्यूजीलैंड की नागरिक हाक्यूंग ली को अपने दो बच्चों की हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा सुनाई गई है
  • बच्चों की लाशें सूटकेस में चार साल तक सड़ती रहीं, जो साउथ ऑकलैंड के स्टोरेज यूनिट में मिली थीं
  • हाक्यूंग ली ने अपने अपराध को स्वीकार किया, लेकिन मानसिक बीमारी के कारण दोषमुक्ति की दलील दी थी
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न्यूजीलैंड के इतिहास में सबसे अधिक दिल दहलाने वाले मामलों में से एक में फैसला आ गया है. जिस मां को अपने ही दो बच्चों की हत्या करने और उनकी लाश को सूटकेस में छिपाने का दोषी पाया था, अब उसे उम्र कैद की सजा सुना दी गई है है. यह एक ऐसा हाई-प्रोफाइल और दिल दहलाने वाला मामला था जिसने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियां बंटोरी थी. वैसे तो हत्यारिन मां मूल रूप से साउथ कोरिया की थी लेकिन अब न्यूजीलैंड की नागरिक है. उसका नाम हाक्यूंग ली है. हक्यूंग ली को 2018 में आठ और छह साल के अपनो दो बच्चों की हत्या करने की बात स्वीकार करने के बाद सितंबर में दोषी ठहराया गया था. 

चलिए आपको बताते हैं इस केस में क्या कुछ हुआ था.

 4 साल तक सूटकेस में सड़ती रही दो बच्चों की लाश

न्यूजीलैंड के साउथ ऑकलैंड के एक स्टोरेज यूनिट में छोड़े गए सूटकेस में हक्यूंग ली के बच्चों की लाश मिली थी. युना जो और मीनू जो की जब मां ने हत्या की थी तो उस समय उनकी उम्र केवल आठ और छह साल थी. जब उनका शव मिला तो वे उससे तीन से चार साल पहले मर चुके थे. यानी उनकी लाश उस सूटकेश में 3-4 साल तक सड़ती रही. बच्चों की लाश का अवशेष मिलने के बाद इस हत्यारिन मां को 2022 में सियोल से प्रत्यर्पित किया गया था, यानी न्यूजीलैंड लाया गया था. 

हत्यारिन मां हाक्यूंग ली ने पहले ही अपना गुनाह कबूल कर लिया था. मुकदमा इस बात को लेकर अबतक चल रहा था कि क्या वह जानती थी कि जब उसने ऐसा किया था तो उसका यह काम नैतिक रूप से गलत था. न्यूजीलैंड के कानून के तहत यह माना जाता है कि आरोपी तब तक मानसिक स्वस्थ है जब तक इसके उलट न सिद्ध न हो जाए. हाक्यूंग ली ने खुद को कोर्ट के सामने पागल बताया और कहा कि इस वजह से वो उन बच्चों की हत्या की दोषी नहीं है. 

अब कोर्ट का फैसला

न्यूजीलैंड हेराल्ड अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, हाक्यूंग ली के वकीलों ने बुधवार को कोर्ट में तर्क दिया कि महिला के मानसिक स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों को देखते हुए आजीवन कारावास की सजा अन्याय से भरी होगी. हालांकि अभियोजकों (सरकार के वकील) ने कहा कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि हत्या करते समय हाक्यूंग ली सुसाइडल (आत्महत्या की प्रवृति) थी. रिपोर्ट में कहा गया है कि जज जेफ्री वेनिंग ने कम सजा देने की मांग को खारिज कर दिया. हालांकि जज ने एक सुरक्षित साइकेट्रिस्ट फैसिलिटी में अनिवार्य इलाज को मंजूरी दी, इस शर्त के साथ कि हाक्यूंग ली मानसिक रूप से स्वस्थ होने पर जेल लौट जाएगी.

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