अमेरिका से लेकर श्रीलंका और ब्राजील तक... नेपाल से पहले इन देशों की संसद में बवाल मचा चुके हैं प्रदर्शनकारी

Nepal Protests: शांति से प्रदर्शन कर रहे युवाओं पर जब आंसू गैस के गोले छोड़े गए तो वो बेकाबू हो गए और फिर संसद भवन की तरफ बढ़ने लगे और Gen-Z प्रदर्शनकारी संसद में घुस गए.

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प्रदर्शनकारियों ने नेपाल की संसद में घुसकर जमकर काटा बवाल

Nepal Protests: नेपाल में युवाओं के हिंसक प्रदर्शन के बाद आखिरकार सरकार ने सोशल मीडिया पर लगाया गया बैन हटा दिया है. हालांकि इस पूरे प्रोटेस्ट में 20 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है. सरकार के फैसले के खिलाफ युवा, खासतौर पर Gen-Z पिछले कुछ दिन से प्रदर्शन कर रहे थे और नेपाल की संसद में भी घुस गए. इसके बाद नेपाल की सेना ने फायरिंग की, जिसमें कई युवाओं को गोली लगी. हालांकि ये पहली बार नहीं है, जब किसी देश की संसद में प्रदर्शकारी घुस गए हों. नेपाल से पहले ब्राजील से लेकर अमेरिका और दुनिया के कई देशों में ऐसा हो चुका है. 

नेपाल में क्या हुआ?

सबसे पहले बात नेपाल के ताजा मामले की करते हैं. नेपाल में कुछ दिन पहले सरकार ने एक आदेश जारी करते हुए कहा कि इंस्टाग्राम, फेसबुक, एक्स,  यूट्यूब समेत तमाम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर बैन लगाया जाएगा. सरकार की तरफ से बताया गया कि इन कंपनियों को रजिस्ट्रेशन के लिए एक हफ्ते का वक्त दिया गया था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. यही वजह है कि सरकार ने सभी सोशल मीडिया ऐप्स को बंद करने का फैसला कर लिया. 

नेपाल सरकार के इस फैसले का विरोध शुरू हुआ और देखते ही देखते युवा सड़कों पर जुटने लगे. केपी ओली सरकार को इस बात का अंदाजा भी नहीं था कि प्रदर्शन इतना बड़ा हो जाएगा. शांति से प्रदर्शन कर रहे युवाओं पर जब आंसू गैस के गोले छोड़े गए तो वो बेकाबू हो गए और फिर संसद भवन की तरफ बढ़ने लगे. Gen-Z प्रदर्शनकारी संसद में घुस गए, जिन्हें रोकने के लिए आर्मी को फायरिंग करनी पड़ी. 

अमेरिकी संसद में घुसे लोग 

अमेरिका के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ था, जब संसद के अंदर प्रदर्शनकारी और विद्रोही पहुंच गए थे. बात जनवरी 2021 की है, जब डोनाल्ड ट्रंप के समर्थक उनके चुनाव हारने से नाराज थे और प्रदर्शन कर रहे थे. बताया जाता है कि ट्रंप के एक ट्वीट के बाद लोग भड़क गए और उन्होंने संसद पर हमला बोल दिया. ट्रंप ने कहा था कि ये लोग इलेक्शन का रिजल्ट चुराने की कोशिश कर रहे हैं. इसके बाद ऐसी अफवाहों का दौर तेज हुआ और यूएस कैपिटल हिल में वो नजारा दिखा, जो शायद ही पहले किसी ने देखा था. इस घटना के बाद डोनाल्ड ट्रंप और उनके समर्थकों के सोशल मीडिया अकाउंट बंद कर दिए गए. 

ब्राजील की संसद में दंगाई

अमेरिका की तरह ब्राजील में भी जनवरी 2023 में पूर्व राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो के समर्थकों ने जमकर हंगामा मचाया. इनका कहना था कि चुनाव में धांधली हुई है, जिसके बाद प्रदर्शन तेज हुआ और देखते ही देखते हजारों लोग ब्राजील की संसद में घुस गए. कुछ घंटे तक बवाल चलता रहा और आखिरकार पुलिस ने संसद से लोगों को बाहर निकाल लिया.  

श्रीलंका में हुआ था जमकर बवाल

श्रीलंका में राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के खिलाफ 2022 में बड़ा प्रोटेस्ट दिखा था. आर्थिक तंगी और तमाम मुद्दों को लेकर जनता सड़कों पर उतर गई और हालात काबू से बाहर हो गए. प्रदर्शन करने वाले लोग संसद भवन और पीएम हाउस में घुस गए, जहां उन्होंने जमकर बवाल काटा. इस दौरान कई लोग संसद और पीएम हाउस से महंगी चीजें अपने घर ले गए.

इराक में भी संसद भवन पर कब्जा

श्रीलंका की तरह जुलाई 2022 में ही इराक में भी ऐसे ही हालात देखने को मिले. यहां बगदाद में गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने संसद भवन पर कब्जा कर लिया था. प्रदर्शनकारी इराकी शिया लीडर मुक्तदा अल सदर के समर्थक थे, ये लोग प्रधानमंत्री पद के लिए मोहम्मद शिया अल-सुदानी की उम्मीदवारी का विरोध कर रहे थे. 

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इन देशों की संसद पर भी हुआ है कब्जा 

इनके अलावा भी कई ऐसे देश हैं, जिनकी संसद पर प्रदर्शनकारियों ने कब्जा कर लिया था. इसमें हांगकांग, जॉर्जिया और बांग्लादेश जैसे देश शामिल हैं. इन देशों में सरकार के खिलाफ जनता ने ही विद्रोह छेड़ दिया और फिर नतीजा ये हुआ कि लोगों ने देश की संसद में घुसकर वो सब किया, जिसे किसी भी देश के लिए शर्मनाक कहा जा सकता है. 

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