भारत से लाखों सपने अपनी आंखों में लिए नीलम शिंदे चार साल पहले अमेरिका गई थी. परिवार को छोड़कर इतनी दूर जाना किसी के लिए आसान नहीं होता है. लेकिन दिल पर पत्थर रखकर 35 साल की नीलम शिंदे ने अपने सपनों को उड़ान दी और अमेरिका जाकर अपनी जिंदगी का एक नया सफर शुरू किया. नीलम शिंदे मास्टर ऑफ साइंस की पढ़ाई अमेरिका से कर रही हैं. एक साल बाद ही उनका ये कोर्स पूरा होने वाला था. 14 फरवरी को नीलम शिंदे का दिन आम दिनों की तरह ही बीत रहा था. सब कुछ सही चल रहा था. लेकिन कुछ ही पल में नीलम के साथ कुछ ऐसा हुआ कि वो कोमा में चले गई. 14 फरवरी को कैलिफोर्निया में नीलम हिट-एंड-रन का शिकार हो गई. इस हादसे में नीलम बुरी तरह से घायल हो गई और इस समय कोमा में है.
परिवार को है बेटी से मिलने का इंतजार
नीलम कैलिफोर्निया स्टेट यूनिवर्सिटी में पोस्ट-ग्रेजुएट कर रही है. 14 फरवरी को शिंदे को कार ने पीछे से टक्कर मार दी थी.
कुछ मीडिया रिपोर्ट के अनुसार जिस वक्त ये हादसा हुआ नीलम बाइक पर थी.
इस हादसे में नीलम के छाती, दोनों हाथ और दोनों पैर फ्रैक्चर आया है.
हादसे के बाद पुलिस नीलम को तुरंत अस्पताल ले गई. उसकी आपातकालीन ब्रेन सर्जरी की गई है.
सर्जरी के बाद से वो कोमा में है. अस्पताल वालों ने नीलम के परिवार से संपर्क किया है और उनके अमेरिका आने का इंतजार कर रहे हैं.
सैक्रामेंटो पुलिस विभाग ने 19 फरवरी को 58 वर्षीय लॉरेंस गैलो को हिट-एंड-रन के आरोप में गिरफ्तार किया गया. आरोपी टक्कर मारने के बाद मदद करने की जगह वहां से भाग गया था.
हादसे का जानकारी मिलने के बाद नीलम के परिवार वालों ने अमेरिका वीजा के लिए आवेदन किया था.
लेकिन वीजा के साक्षात्कार के लिए अलगे साल का समय मिला.
ये मामला जब भारत सरकार के पास पहुंचा, तो सरकार ने परिवार की मदद की. भारत सरकार के कारण नीलम के परिवार वालों को तत्काल वीजा मिल गया है.
नीलम के पिता तानाजी शिंदे, चचेरे भाई और चाचा सहित पूरा परिवार अगली फ्लाइट से अमेरिका जाएगा. नीलम के परिवार वाले कल तक अमेरिका पहुंच जाएंगे.
एक बार बस बेटी को देखना है...
नीलम के पिता का रो-रोकर बुरा हाल है, वो बस अपनी बेटी को एक बार देखना चाहते हैं. आज उन्हें अमेरिका जाने का वीजा मिल गया है. वीजा मिलने के बाद उनके पिता ने नम आंखों से कहा , कल में अपनी बेटी से मिलूंगा. वो खौफनाक दिन याद करते हुए नीलम के परिवार ने बताया कि 16 फरवरी को अमेरिका से एक फोन आया. इस फोन ने परिवार को ऐसा सदम दिया जिससे वो निकल नहीं पा रहे हैं.
परिवार के लोगों को कई समय तक यकीन ही नहीं हुआ कि उनकी बेटी, जो इतने अरमानों के साथ पढ़ाई करने के लिए अमेरिका गई है, आज वो कोमा में है. बेटी को देखने के लिए परिवार तड़प रहा है. नीलम के पिता बस अपनी बेटी को देखना चाहते हैं और अमेरिका जाना चाहते हैं.
कौन है नीलम शिंदे
- नीलम ने सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय से कंप्यूटर विज्ञान में ग्रेजुएट किया है.
- सैन जोस स्टेट यूनिवर्सिटी से डेटा एनालिटिक्स में मास्टर की डिग्री हासिल की है.
- नीलम एचसीएल में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर इंटर्न और नासा एम्स रिसर्च सेंटर में डेटा साइंस इंटर्न थीं.
- उन्होंने इंफोसिस और सैन जोस स्टेट यूनिवर्सिटी के साथ काम किया है.
- 2022 में, उन्होंने एक डिजिटल पेमेंट कंपनी के साथ 11 महीने तक सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में काम किया था.