अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा (NASA) अगले कुछ घंटों में एक एस्टेरॉइड (asteroid) या कहें कि एक क्षुद्रग्रह के साथ भिड़ंत करने वाला है. नासा का डार्ट मिशन (Nasa's Dart mission) यह देखना चाहता है कि अगर अंतरिक्ष से कोई छोटा तारा धरती से टकराएगा तो उसे रोकना कितना संभव हो पाएगा? बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, यह धरती से करीब 11 मिलियन किलोमीटर दूर डाइमोरफोस (Dimorphos) नाम के एक लक्ष्य पर यह प्रयास किया जाएगा.
नासा का कहना है कि यह अंतरिक्ष की चट्टान फिलहाल धरती से टकराने नहीं आ रही है और ना ही टेस्ट के बाद इसके धरती की ओर आने की कोई संभावना है. यह भिड़ंत भारतीय समय के अनुसार सुबह 4 बजकर 44 मिनट पर होगी. इसे टेलीस्कोप की मदद से देखा जाएगा. इसके ऑब्जर्वेशन के लिए नई स्पेस दूरबीन जेम्स वेब (James Web) का भी सहारा लिया जाएगा.
न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार, नासा का डबल एस्टेरॉइड रीडायरेक्शन टेस्ट एयरक्राफ्ट, (Double Asteroid Redirection Test spacecraft, or DART) जिस एस्टेरॉइड से टकराने वाला है वो एक बड़ी अंतरिक्षीय चट्टान (Didymos) के चंद्रमा के बराबर है. नासा ने पिछले साल डार्ट मिशन को लॉन्च किया था. अंतरिक्ष वैज्ञानिकों का मानना है कि इस तकनीक को एक दिन धरती को बचाने के लिए प्रयोग किया जा सकता है. मनीकंट्रोल की रिपोर्ट कहती है कि, डार्ट डाइमोरफोस से 14,000 मील प्रति घंटे की रफ्तार से भिड़ेगा.
यूट्यूब पर नासा टीवी पर इस मिशन का आखिरी चरण लाइव देखा जा सकेगा. साल 2005 में अमेरिकी संसद ने नासा को 2020 तक धरती के पास मौजूद ऐसे क्षुद्रगहों का पता लगाने के लिए कहा था जो एक शहर को खत्म कर सकते हैं. जो 460 फीट या उससे बड़े डायमीटर के हैं. डाइमोरफोस (Dimorphos) का व्यास लगभग 500 फीट है. अभी 15,000 और ऐसे क्षुद्रग्रहों की खोज की जानी बाकी है.