म्यांमार : विद्रोहियों के छिपने की सूचना पर सेना ने गांव पर किया एयरस्ट्राइक, बच्चों समेत करीब 100 की मौत

सेना के प्रवक्ता ज़ॉ मिन टुन ने मंगलवार देर रात दिए अपने बयान में कहा कि हमले का उद्देश्य, क्षेत्र में शांति और स्थिरता बहाल करना था. 

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म्यांमार में विद्रोहियों के द्वारा हाल के दिनों में लगातार प्रदर्शन किए जा रहे हैं (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:

म्यांमार की सेना की तरफ से कहा गया है कि इस सप्ताह देश में विद्रोहियों के एक कार्यक्रम पर किए गए हमले में 100 लोगों की मौत हो गई. इसमें कुछ नागरिकों की भी मौत हुई. क्योंकि वे "आतंकवादियों" की मदद कर रहे थे. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की खबर के अनुसार उत्तर-पश्चिम म्यांमार के सागैंग क्षेत्र में मंगलवार के हवाई हमले में बच्चों सहित 100 से अधिक लोग मारे गए थे, जो हाल के सैन्य हवाई हमलों में सबसे घातक था. गौरतलब है कि म्यांमार में हाल के दिनों में लगातार उथल-पुथल देखने को मिल रहा है. 2021 में हुए तख्तापलट के बाद से देश में कई जगहों पर प्रदर्शन हुए थे. 

म्यांमार में सैन्य शासन के कुछ विरोधियों ने जातीय अल्पसंख्यक विद्रोहियों के साथ मिलकर कई जगहों पर हथियार उठा लिए हैं. जिसके जवाब में सेना की तरफ से  नागरिक क्षेत्रों सहित अन्य जगहों पर हवाई हमले किए गए हैं.  संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने सागिंग में हवाई हमले की निंदा की है और जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराने का आह्वान किया है.  

मिलिट्री के प्रवक्ता ज़ॉ मिन टुन ने मंगलवार देर रात सैन्य प्रसारण चैनल म्यावाडी को बताया कि नेशनल यूनिटी गवर्नमेंट (एनयूजी) द्वारा उनके सशस्त्र पीपुल्स डिफेंस फोर्स के लिए आयोजित समारोह पर हमले का उद्देश्य, क्षेत्र में शांति और स्थिरता बहाल करना था. साथ ही ज़ॉ मिन तुन ने कहा कि उस उद्घाटन समारोह के दौरान, हमने हमला किया. पीडीएफ के कई सदस्य मारे गए. वे देश की सरकार, देश के लोगों का विरोध कर रहे थे." उन्होंने कहा कि हमारी जमीनी जानकारी के अनुसार हमने उनके हथियारों के भंडारण की जगह पर हमला किया है और उसमें विस्फोट हो गया जिससे लोगों की मौत हो गई.

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