जम्मू जेल को याद कर जब कांप उठा आतंक का आका... मसूद अजहर ने सुनाया भागने की कोशिश का वो किस्सा

दिसंबर 1999 में इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट IC-814 के हाईजैक के बाद भारत सरकार ने बंधकों की रिहाई के बदले मसूद अजहर को छोड़ दिया. रिहा होते ही उसने जैश-ए-मोहम्मद की स्थापना की. इसके बाद भारत में कई बड़े आतंकी हमलों में उसका नाम सामने आया.

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  • मसूद अजहर ने पहली बार जम्मू की कोट भलवाल जेल से भागने की कोशिश और सुरंग खोदने की बात स्वीकार की
  • मसूद अजहर पाकिस्तान का कुख्यात आतंकी है, जिसने जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन की स्थापना की थी
  • दिसंबर 1999 में विमान हाइजैक के बाद मसूद अजहर को बंधकों की रिहाई के बदले भारत ने रिहा किया था
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नई दिल्ली:

पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का मुखिया मौलाना मसूद अजहर ने जम्मू की कोट भलवाल जेल को लेकर बड़ा खुलासा किया है. मसूद अजहर ने पहली बार माना कि उसने जम्मू की कोट भलवाल जेल से भागने की कोशिश की थी और इसके लिए उसने सुरंग भी खोदी थी. हालांकि आखिरी दिन भागने से पहले वो पकड़ा गया.

मसूद अजहर ने खुलासा किया कि जेल से भागने के लिए उसने औजार मंगवाए और सुरंग बनाई. बस आखिरी दिन जब भागने वाला था तब पकड़ा गया. वो इस दौरान जम्मू की कोट भलवाल जेल को याद कर डरा हुआ भी दिखा.

जैश के चीफ को अब तक जेल अधिकारियों का खौफ है. उसने आगे बताया कि पकड़े जाने के बाद हमें इतना पीटा गया कि पूरा शरीर सूज गया था. मेरे साथियों के जिस्म डबल रोटियों की तरह सूज गए थे. खाने से लेकर पेशाब करने तक की पाबंदी लगा दी गई थी.

उसने बताया कि मुझे पूछताछ के लिए एक अफसर के पास ले गए, वो बहुत सख्त था. मुझे जंजीर से बांधा हुआ था और मुझसे पूछा गया कि सुरंग खोदने के लिए औजार कहां से आए.

कौन है मसूद अजहर?

मसूद अजहर पाकिस्तान का कुख्यात आतंकी है और आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का सरगना है. उसका जन्म 10 जुलाई 1968 को पाकिस्तान के बहावलपुर में हुआ. उसने कराची के एक मदरसे में पढ़ाई की. पढ़ाई के बाद वह आतंकी संगठन हरकत-उल-अंसार से जुड़ा और अफगानिस्तान में सोवियत सेना के खिलाफ जंग में शामिल रहा.

फरवरी 1994 में मसूद अजहर फर्जी पहचान और पुर्तगाली पासपोर्ट के जरिए भारत आया. उसका मकसद कश्मीर में जिहाद फैलाना और नए आतंकियों की भर्ती करना था. उसी साल उसे जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग से गिरफ्तार कर लिया गया. वह 1994 से 1999 तक जेल में रहा. इस दौरान उसे छुड़ाने की कई कोशिशें हुईं, लेकिन नाकाम रहीं. एक बार जेल से टनल बनाकर भगाने की कोशिश भी हुई, जो असफल रही.

1999 में विमान हाइजैक के समय मसूद अजहर को किया गया था रिहा  

दिसंबर 1999 में इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट IC-814 के हाईजैक के बाद भारत सरकार ने बंधकों की रिहाई के बदले मसूद अजहर को छोड़ दिया. रिहा होते ही उसने जैश-ए-मोहम्मद की स्थापना की. इसके बाद भारत में कई बड़े आतंकी हमलों में उसका नाम सामने आया. आज वह भारत का मोस्ट वांटेड आतंकी माना जाता है.

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