- पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ UN में AI पर भाषण देते समय कई बार गलत उच्चारण करते नजर आए_
- ख्वाजा आसिफ ने एआई से जुड़ी चुनौतियों के सिक्स पिलर्स को गलत तरीके से सिक्स पिप-पिलर्स कहा.
- आसिफ ने भारत-पाक तनावों का जिक्र करते हुए मई में पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद ऑपरेशन सिंदूर का हवाला दिया_
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री जो अक्सर भारत को धमकी देते रहते हैं, उनके लिए शुक्रवार को एक शर्मनाक स्थिति पैदा हो गई. ख्वाजा आसिफ संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस की अध्यक्षता में आयोजित संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) के एआई इनोवेशन डायलॉग में बोल रहे थे. यहां पर वह हर बार अपनी बात कहने में चूक गए. ख्वाजा आसिफ अपने भाषण में कई बार अटके और उन्होंने कम से कम सात बार गलत उच्चारण किया. इसमें शब्दों को गलत उच्चारण से लेकर असंगत वाक्यांशों तक शामिल थे.
बार-बार की गलती
आसिफ ने अपने भाषण के दौरान आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) को पहले 'Breathtaking Space'से आगे बढ़ने वाला बताया. फिर उन्होंने तुरंत सुधार करते हुए इसे ' Breathtaking Pace' कहा. सिर्फ इतना ही नहीं आसिफ ने 'रिस्क' को 'रिक्स' कर दिया, डेवलपमेंट को 'डेवलपेंड' कर दिया. साथ ही उन्होंने 'instability'और 'technological disparities' शब्दों का भी गलत उच्चारण किया.
सिक्स पिलर्स नहीं पिप-पिलर्स
एआई से जुड़ी चुनौतियों के 'सिक्स पिलर्स' का जिक्र करते हुए, ख्वाजा आसिफ ने इसे पहले 'सिक्स पिप-पिलर्स' कहा. उन्होंने शुरुआत में ' First Time'का उच्चारण 'फर्स्ट सर्स्ट' कर दिया और बीच में ही अपने वाक्य में सुधार किया. अब आसिफ की इन गलतियों का एक वीडिया सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. एक यूजर ने टिप्पणी की, 'ऑपरेशन सिंदूर ने उन्हें हिलाकर रख दिया है', जबकि दूसरे ने लिखा, 'वह एक वाक्य भी ठीक से नहीं बोल पा रहे हैं.' एक यूजर ने कहा, 'अरे कहना क्या चाहते हो?'
ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र
AI पर बोलते हुए ख्वाजा आसिफ ने कहा, 'ग्लोबल स्टैंडर्ड और कानूनी सुरक्षा के अभाव में, एआई क्रांति डिजिटल विभाजन को मजबूत करने, निर्भरता के नए रूपों को मजबूत करने और शांति को खतरे में डालने का रिस्क उठाती है.' वह जब यह बोल रहे थे तो एक बार फिर से रिस्क' शब्द पर अटक गए.
आसिफ ने हाल के भारत-पाक तनावों का भी जिक्र किया. साथ ही मई में पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत की तरफ से शुरू किए गए ऑपरेशन सिंदूर का हवाला दिया. उन्होंने आरोप लगाया कि इस संघर्ष में ऑटोनॉमस लोइटरिंग हथियारों, हाई स्पीड वाली दोहरी क्षमता वाली क्रूज मिसाइलों और ड्रोन का प्रयोग हुआ था. उन्होंने एआई ऑपरेटेड मिलिट्री टेक्नोलॉजी के खतरों की तरफ भी इशारा किया.