केन्या में रह रहे बेल्जियम के दो नाबालिग बच्चों के पास से 5,000 चींटियां बरामद किये जाने के बाद उनपर वन्यजीव संरक्षण कानूनों का उल्लंघन करने के लिए 7,700 डॉलर का जुर्माना लगाया गया. अदालत ने नाबालिगों को जुर्माना नहीं भरने पर 12 महीने जेल में रहने का विकल्प भी दिया है. वन्यजीव कानूनों के उल्लंघन के लिए 12 महीने की कैद अधिकतम सजा है.
यूरोप-एशिया के बाजारों में होनी थी तस्करी
अधिकारियों ने बताया कि लड़कों के पास से चींटियां बरामद की गईं और ऐसा माना जा रहा है कि उनकी यूरोपीय और एशियाई बाजारों में तस्करी की जानी थी, जौ मौजूदा दौर में कम ज्ञात वन्यजीव प्रजातियों की तस्करी का उभरता चलन बन गया है. बेल्जियम के रहने वाले लोर्नोय डेविड और सेप्पे लोडेविज्क्स को पांच अप्रैल को एक ‘गेस्ट हाउस' से गिरफ्तार किया गया था और उनके पास से 5,000 चींटियां बरामद की गयी थीं. दोनों लड़कों की उम्र 19 वर्ष है.
क्यों लगा इतना जुर्माना
अधिकारियों ने बताया कि दोनों पर 15 अप्रैल को आरोप तय किये गए थे. केन्या वन्यजीव सेवा ने पूर्व में बताया कि दोनों लड़के यूरोप और एशिया के बाजारों में चींटियों की तस्करी में शामिल थे. एजेंसी के मुताबिक, दोनों पर इतना जुर्माना इसलिए भी लगा है क्योंकि बरामद की गई इन चींटियों में ‘मेसोर सेफेलोट्स' नाम की चींटी प्रजाति भी शामिल है, जो पूर्वी अफ्रीका में पाई जाने वाली एक विशिष्ट, बड़ी और लाल रंग की चींटी होती है.