कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो (Justin Trudeau) ने एक बार फिर अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) की उस टिप्पणी को खारिज कर दिया जिसमें उन्होंने कहा था कि कनाडा अमेरिका का 51वां राज्य बन सकता है. ट्रूडो ने ट्रंप की टिप्पणियों को ध्यान भटकाने वाली रणनीति करार दिया. ट्रूडो ने CNN को दिए एक इंटरव्यू में कहा, "ऐसा नहीं होने वाला है. कनाडाई लोगों को कनाडाई होने पर बहुत गर्व है. हम खुद को सबसे आसानी से परिभाषित करने के तरीकों में से एक यह है कि हम अमेरिकी नहीं हैं." "मुझे लगता है कि ट्रंप कुशल वार्ताकार हैं, लोगों को उस बातचीत से कुछ हद तक बस विचलित कर रहे हैं."
ट्रंप की कनाडा को तगड़ा टैरिफ लगाने की चेतावनी
डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में कहा था कि जब तक ओटावा सीमा सुरक्षा को मजबूत नहीं करता, तब तक सभी कनाडाई आयातों पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाया जाए. हालांकि इस बयान पर ट्रूडो ने चेतावनी दी कि इस कदम से दोनों अर्थव्यवस्थाओं पर असर पड़ेगा. ट्रूडो ने कहा कि अगर ऐसे टैरिफ लागू किए गए तो अमेरिकी लोगों को बढ़ी हुई कीमतों का खामियाजा भुगतना पड़ेगा. ट्रूडो ने कहा, "तेल और गैस और बिजली और स्टील और एल्युमीनियम और लकड़ी और कंक्रीट और अमेरिकी कस्टमर कनाडा से जो कुछ भी खरीदते हैं, वह अचानक से बहुत महंगा हो जाएगा, अगर वह इन टैरिफ पर आगे बढ़ते हैं."
ट्रंप की टिप्पणी पर जस्टिन ट्रूडो ने भी दी तीखी प्रतिक्रिया
ट्रूडो ने 2018 के व्यापार विवाद के दौरान कनाडा द्वारा काउंटर-टैरिफ के पिछले उपयोग का भी जिक्र किया, जिसमें हेंज केचप, ताश के पत्ते, बोरबॉन और हार्ले-डेविडसन मोटरसाइकिल जैसे अमेरिकी सामान थे. ट्रूडो ने कहा, "लेकिन हम ऐसा नहीं करना चाहते क्योंकि इससे कनाडाई लोगों के लिए कीमतें बढ़ जाती हैं और यह हमारे सबसे करीबी व्यापारिक साझेदार को नुकसान पहुंचाता है." अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा और अमेरिका को मिलाने के लिए "इकोनॉमिक फोर्स" यानि आर्थिक ताकत का इस्तेमाल करने की बात कही थी. ट्रंप कनाडा को अक्सर "51वां राज्य" कहते हैं.