चीनी गुब्बारे को मार गिराने का इंतजार करने पर अमेरिकी राष्‍ट्रपति बाइडेन की आलोचना

अमेरिकी महाद्वीप में सामरिक स्थलों की निगरानी करने के प्रयास में चीन द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे गुब्बारे को अमेरिकी जल क्षेत्र के ऊपर गिराया गया. तीन बसों के आकार वाले इस गुब्बारे को मार गिराने की कार्रवाई कनाडाई सरकार के समन्वय और पूरे सहयोग के साथ की गई.

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रक्षा अधिकारियों ने अमेरिकी मीडिया को बताया कि मलबा दक्षिण कैरोलाइना में मिरटल बीच के पास गिरा

वाशिंगटन : अमेरिका में चीनी गुब्‍बारे पर राजनीति शुरू हो गई है. रिपब्लिकन अमेरिकी सांसदों ने रविवार को राष्ट्रपति जो बाइडेन की एक संदिग्ध चीनी जासूसी गुब्बारे को मार गिराने के लिए प्रतीक्षा करने पर  आलोचना की. यह गुब्‍बार संयुक्त राज्य अमेरिका में उड़ता नजर आ रहा था. अमेरिकी सांसदों ने चीन के प्रति कमजोरी दिखाने और शुरू में अमेरिकी हवाई क्षेत्र के उल्लंघन को गुप्त रखने की कोशिश करने का आरोप लगाया. बता दें कि अमेरिकी वायु सेना के एक लड़ाकू जेट ने शनिवार को अलास्का के पास अमेरिकी हवाई क्षेत्र में प्रवेश करने के एक हफ्ते बाद दक्षिण कैरोलिना के तट पर गुब्बारे को गिरा दिया.  इस जासूसी गुब्‍बारे ने अमेरिक-चीन संबंधों को और तनावपूर्ण बना दिया.

रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने शनिवार को कहा कि अमेरिकी सेना गुब्बारे का अध्ययन करके "बहुमूल्य" खुफिया जानकारी एकत्र करने में सक्षम थी, और तीन अन्य चीनी निगरानी गुब्बारों ने डोनाल्ड ट्रम्प के प्रशासन के दौरान संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रवेश किया था. हालांकि, पूर्व राष्ट्रपति ने इनकार किया है. 

अमेरिकी सेना ने अटलांटिक महासागर में शनिवार को चीन के एक संदिग्ध जासूसी गुब्बारे को गिरा दिया इसके मलबे से सभी उपकरण बरामद करने का अभियान शुरू किया. वहीं, चीन ने रविवार को इस कार्रवाई पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए उसके असैन्य मानवरहित हवाई जहाज के खिलाफ बल प्रयोग को लेकर अमेरिका को गंभीर अंजाम भुगतने की धमकी दी. अमेरिका के एक वरिष्ठ रक्षा अधिकारी ने वाशिंगटन में पत्रकारों को बताया कि राष्ट्रपति जो बाइडन के निर्देश पर अमेरिकी सेना ने स्थानीय समयानुसार दोपहर दो बजकर 39 मिनट पर दक्षिण कैरोलाइना में अमेरिकी तट से करीब 9.65 किलोमीटर दूर अटलांटिक महासागर में चीन के निगरानी गुब्बारे को गिराया. इस दौरान अमेरिकी नागरिकों को जान-माल का कोई नुकसान नहीं हुआ.

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रक्षा अधिकारी के मुताबिक, वर्जीनिया में लांगले वायुसेना अड्डे से उड़ान भरने वाले लड़ाकू विमान ने एक मिसाइल छोड़ी, जिससे गुब्बारा अमेरिका के वायु क्षेत्र के भीतर महासागर में जा गिरा. बाइडन ने मैरीलैंड में पत्रकारों से कहा, "मैंने उन्हें गुब्बारे को गिराने का निर्देश दिया था." उन्होंने कहा, "बुधवार को जब मुझे गुब्बारे की जानकारी दी गई थी, तो मैंने पेंटागन को इसे जल्द से जल्द गिराने का आदेश दिया था. उन्होंने (पेंटागन) जमीन पर किसी को नुकसान पहुंचाए बिना ऐसा करने का निर्णय लिया और इसके लिए सबसे उपयुक्त समय तब मिला, जब गुब्बारा समुद्र के ऊपर था."

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चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने रविवार को चीन के विदेश मंत्रालय के एक बयान का हवाला देत हुए कहा कि बीजिंग ने चीन के असैन्य मानवरहित यान पर हमला करने के लिए अमेरिका द्वारा बल प्रयोग करने को लेकर कड़ा विरोध जताया है.

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चीन ने दावा किया कि यह गुब्बारा महज एक मौसम अनुसंधान 'हवाई' जहाज था. बीजिंग के मुताबिक, उसने सत्यापन के बाद अमेरिका को बार-बार सूचित किया कि यह गुब्बारा असैन्य प्रकृति का है और अमेरिका में इसका प्रवेश अप्रत्याशित घटना के कारण हुआ. चीन के अनुसार, उसने अमेरिका से इस मामले से शांतिपूर्वक, पेशेवर और नियंत्रित तरीके से निपटने को कहा था. वहीं, अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने कहा कि राष्ट्रपति बाइडन के निर्देश पर एक लड़ाकू विमान ने चीन के निगरानी गुब्बारे को अमेरिकी वायु क्षेत्र में दक्षिण कैरोलाइना के तट पर समुद्र के ऊपर मार गिराया.

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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