इटली की 1,000 साल पुरानी 'झुकती मीनार' गिरने की कगार पर, हाई अलर्ट जारी

गैरीसेंडा टावर (Garisenda tower) ढहने से मलबे के गिरने की स्थिति में आसपास की इमारतों की सुरक्षा को देखते हुए उसके चारों ओर एक धातु घेरा लगाया जाएगा, ताकि आसपास की इमारतों और वहां रहने वालों के जोखिम को कम किया जा सके. 

Advertisement
Read Time: 19 mins

इटली सबसे पुराना 1000 साल पुराना टावर (Garisenda tower) अब गिरने की कगार पर है. बोलोग्ना में गैरीसेंडा टावर के बहुत ज्यादा झुकने की वजह से गिरने का खतरा पैदा हो गया है. ये दावा रिपोर्ट्स में किया गया है. बता दें कि 1000 साल पुराने इस टावर को 'लीनिंग टावर' के नाम से भी जाना जाता है. 150 फुट ऊंचे गैरीसेंडा टावर को 14वीं शताब्दी में अधिकारियों ने स्थिर करने के मकसद से इसके टॉप को हटाने की कोशिश की थी, तब से ही यह 4 डिग्री के कोण पर झुका हुआ है. जब कि सात अजूबों में शुमार पीसा की मीनार 5 डिग्री पर झुकी हुई है. 

ये भी पढ़ें-"इंतजार नहीं करना चाहिए..." : अमेरिकी सीनेटरों की बाइडेन से US-चीन यात्रा पर प्रतिबंध लगाने की मांग

गैरीसेंडा टावर के गिरने का खतरा

गैरीसेंडा टावर की अखंडता को बनाए रखने के लिए इटली सालों से इसका रख रखाव कर रहा है. लेकिन अब यह टावर बहुत ज्यादा झुक गया है, जिसकी वजह से इसके गिरने का खतरा पैदा हो गया है. इसके गिरने की आशंका को देखते हुए  शहर के अधिकारियों के सामने नागरिक सुरक्षा योजना लागू करने की मजबूरी खड़ी हो गई है. सीएनएन के मुताबिक, टावर के "अचानक और अप्रत्याशित रूप से ढहने" का खतरा है.

Advertisement

गैरीसेंडा टावर के चारों तरफ लगेगा सुरक्षा घेरा

टावर के ढहने और मलबे के गिरने की स्थिति में आसपास की इमारतों की सुरक्षा को देखते हुए गैरीसेंडा टावर के चारों ओर एक धातु घेरा लगाया जाएगा. नगर परिषद ने एक बयान में कहा, टावर ढहने और मलबे को रोकने के लिए एक सुरक्षात्मक घेरा बनाया जाएगा, ताकि आसपास की इमारतों और वहां रहने वाले जोखिम को कम किया जा सके.  साल 2019 से साइट की निगरानी करने वाली एक वैज्ञानिक समिति ने चेतावनी जारी की है.

Advertisement

बेस टावर में दिख रहा "क्रशिंग कंप्रेशन"

टावर को लेकर उन्होंने सेंसर लगाए हैं, जो प्राचीन गैरीसेंडा टॉवर की गतिविधियों को मापते हैं. सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, समिति ने कहा कि अक्टूबर 2023 में सेंसर की रीडिंग ने खतरे की घंटी बजा दी. हाई अलर्ट' में कहा गया है कि बेस टावर में "क्रशिंग कंप्रेशन" देखा गया है. टावर में इस्तेमाल किए गए पत्थरों में दरारें ऊपर की ईंटों तक फैल सकती हैं.जैसे ही रिपोर्ट सामने आई, नागरिक अधिकारियों ने टावर के आसपास के क्षेत्र को बंद कर दिया और इसकी ओर जाने वाली सभी सड़कों को भी बंद कर दिया.
ये भी पढ़ें-मेक्सिको की महिला डीजे से मुंबई के शख्‍स ने किया कई बार रेप, ऑनलाइन हुई थी मुलाकात

Advertisement
Featured Video Of The Day
क्या हरियाणा में बागी पलट देंगे चुनावी बाजी?
Topics mentioned in this article