रविवार को गाजा पट्टी में इजरायल (Israel) के हमलों में 42 फिलीस्तीनियों की मौत हो गई. लगभग एक हफ्ते में घातक झड़पों में मरने वालों की यह सबसे ज्यादा संख्या है. दोनों देशों के बीच बढ़ते संघर्ष और वैश्विक अलार्म के बीच, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने अहम बैठक की लेकिन परिषद की बैठक, इजरायल के सहयोगी संयुक्त राज्य अमेरिका की वजह से देरी से शुरू हुई, जिसके परिणामस्वरूप बहुत कम कार्रवाई हो पाई.
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने दोनों पक्षों से "पूरी तरह से भयावह" हिंसा को तत्काल समाप्त करने का अनुरोध किया है और इसे मानवता के लिए बड़े संकट की चेतावनी दी है.
दोनों पक्षों के अधिकारियों के अनुसार, यरुशलम में अशांति के कारण पिछले कई वर्षों में हुई सबसे भीषण संघर्ष में सोमवार से अब तक गाजा में 197 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि इजरायल में 10 लोगों की मौत हुई है.
इजरायल ने रविवार की सुबह कहा कि पिछले 24 घंटों में "हमलों की निरंतर लहर" ने भीड़ भरे तटीय एन्क्लेव में 90 से अधिक ठिकानों पर हमले किए हैं. एक इजरायली हमले ने एक बहुमंजिली इमारत को नष्ट कर दिया था, जिसमें कई अंतरराष्ट्रीय मीडिया संगठनों के दफ्तर थे. इजरायल की इस हरकत से अंतरराष्ट्रीय जगत में आक्रोश है.
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इधर इजरायली सेना ने कहा कि पिछले सोमवार से इजरायल की ओर तटीय पट्टी से लगभग 3,000 रॉकेट दागे गए हैं - जो अब तक की सबसे ज्यादा संख्या है.