21 साल की इजरायली-फ्रांसीसी टैटू आर्टिस्ट को हमास ने 54 दिन अपनी कैद में रखा. हमास की कैद से छूटने के बाद टैटू आर्टिस्ट ने अपनी खौफनाक आपबीती सुनाते हुए कहा कि उसे हमेशा डर लगा रहता था कि उसका कभी भी रेप हो सकता है, लेकिन उसके साथ ऐसा नहीं हुआ, उसकी भी एक वजह है. चैनल-13 को दिए एक इंटरव्यू के दौरान टैटू आर्टिस्ट मिया सैम ने बताया, "उसकी (बंधक बनाने वाले) पत्नी अपने बच्चों के साथ कमरे के बाहर थी. यह एकमात्र वजह थी कि उसके साथ रेप नहीं हुआ."
साथ ही आर्टिस्ट ने बताया, "उसकी पत्नी को इस बात से एतराज था कि वह और मैं एक ही कमरे में थे." खौफनाक आपबीती सुनाते हुए 21 वर्षीय आर्टिस्ट ने बताया कि उसे डार्करूम में बंद कर दिया गया था और उस पर लगातार निगरानी रखी जा रही थी. इस दौरान उसे खाने के लिए कुछ नहीं दिया जाता था. इसके साथ ही उसने बताया कि उसे एक अंधेरे कमरे में बंद कर दिया गया था और उसे ना किसी से बात करने और ना कुछ देखने और सुनने की इजाजत थी.
उसने बताया कि जब उस पर लगातार नजर रखी जा रही थी कि उसे महसूस होता था कि उसका आंखों से ही रेप किया जा रहा है. आर्टिस्ट ने बताया कि बंधक बनाने वाले शख्स ने एक बार उससे कहा था कि वह अपनी पत्नी से प्यार नहीं करता है.
आर्टिस्ट ने बताया, "वहां एक "आतंकवादी" 24 घंटे आपको देख रहा है, अपनी आंखों से आपका बलात्कार कर रहा है. बलात्कार होने का डर है, मरने का डर है... इस दौरान मैं डर गई थी. घर में बंधक बनाने वाली की बीवी की मौजूदगी से थोड़ी तसल्ली जरूर मिलती थी, भले ही महिला ने उसके साथ शत्रुतापूर्ण व्यवहार किया."
मिया सैम को 7 अक्टूबर को दक्षिणी इजराइल में एक म्यूजिक फेस्टिवल से किडनेप कर लिया गया था. इसके बाद उसे हमास से जुड़े गाजा में एक परिवार ने उसे बंदी बना लिया था. आर्टिस्ट को हमास के वीडियो में भी दिखाया गया था, जिसमें यह दावा किया गया था कि इजरायल के बंधकों से अच्छा व्यवहार किया जा रहा है. मिया सैम को इजराइल और हमास के बीच अस्थायी संघर्ष विराम के दौरान कैदी-बंधक एक्सचेंज में रिहा कर दिया गया था.
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