इजरायली रक्षा बलों ने रविवार को ऑडियो रिकॉर्डिंग जारी की. यह गाजा में रहने वाले उन फिलिस्तीनी नागरिकों की है जो इजरायली सेना के संपर्क में हैं और हमास का विरोध कर रहे हैं. वे आतंकवादी गुट को सत्ता से हटाने के लिए इजरायली सेना को प्रोत्साहित कर रहे हैं. रिकार्डिंग में फिलिस्तीनी की यूनिट 504 के अरब-भाषी अधिकारियों से बातचीत है.
सोशल मीडिया और पर्चों के माध्यम से आईडीएफ ने गाजावासियों को प्रोत्साहित किया है कि अगर उनके पास 136 बंधकों या शीर्ष हमास नेताओं के ठिकाने के बारे में जानकारी है तो वे सेना को बुलाएं.
इज़रायल ने हमास नेता याह्या सिनवार को पकड़ने में मददगार जानकारी देने वाले को 400,000 अमेरिकी डॉलर का इनाम देने की पेशकश की है. लेकिन अब, फिलिस्तीनी केवल हमास पर अपना गुस्सा निकालने और इजरायलियों को अपने हमले जारी रखने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए कॉल कर रहे हैं.
एक फिलिस्तीनी ने हमास नेताओं को "कुत्ता" कहा और कहा कि उन्हें अल्लाह से शाप मिलेगा. एक फिलिस्तीनी ने इजरायली अधिकारी से कहा, "सुनो, सुनो मेरे आस-पास के लोग क्या कह रहे हैं, अल्लाह हमें तुमसे बचाए हमास. अल्लाह उन्हें शाप देगा, अल्लाह उन्हें और उन लोगों को शाप देगा जिन्होंने उन्हें वोट दिया है."
उन्होंने आगे कहा कि हमास ने "हमें नष्ट कर दिया, हमें 100 साल पीछे धकेल दिया. अल्लाह उन पर विपत्ति लाए. हमारे लोग उनके बंधक हैं. वे कुत्ते हम पर अपनी ताकत का फायदा उठा रहे हैं."
एक अन्य गजान ने एक इजरायली अधिकारी से कहा, "अपने नेताओं से कहो, हमास के लोग विदेश में हैं, फ़िलिस्तीन के बाहर, उन्हें फ़िलिस्तीन से बाहर निकालो, उन्हें मार डालो."
उन्होंने आगे कहा, "मैं आपको हमारे राष्ट्र के नाम पर बता रहा हूं. मैं अकेला बैठा हूं और मैं बर्बाद हो गया हूं. सब कुछ नष्ट हो गया है. वे सभी विदेश में हैं, होटलों में बैठे हैं. होटल के कमरों में बैठे हैं."
सात अक्टूबर को गाजा सीमा के पास इजरायली समुदायों पर हमास के हमलों में कम से कम 1,200 लोग मारे गए थे. हमास द्वारा गाजा में बंदी बनाए गए पुरुषों, महिलाओं, बच्चों, सैनिकों और विदेशियों की संख्या अब 136 मानी जाती है. अन्य लोगों का पता नहीं चल पाया है. इजरायली अधिकारी शवों की पहचान करना और मानव अवशेषों की तलाश जारी रखे हैं.