- ईरान में इजरायल से जंग के दौरान सोने की मांग बढ़कर छह वर्षों में सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गई है.
- साल की दूसरी तिमाही में ईरान में सोने की बिक्री की मात्रा पिछले वर्ष की तुलना में 20 प्रतिशत बढ़ी है
- वैश्विक स्तर पर सोने की मांग कम हो रही है लेकिन ईरान में उपभोक्ताओं ने सोने के आभूषणों में निवेश बढ़ाया है.
इजरायल से 12 दिनों की जंग लड़ने वाले ईरान में सोने की मांग बढ़ गई है, लोग सोने की रिकॉर्ड खरीदारी कर रहे हैं. वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल ने गुरुवार को जारी एक रिपोर्ट जारी कर कहा कि साल की दूसरी तिमाही के दौरान ईरान में सोने की खरीदारी में वृद्धि हुई है. यह भी उस समय हो रहा है जब ईरान में सोना महंगा हो रखा है. रिपोर्ट में बताया गया है कि सोने की बिक्री की कुल मात्रा पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 20 प्रतिशत बढ़ गई. गोल्ड काउंसिल ने कहा कि ईरान में सोने के सिक्कों और बार (बिस्कुट) की मांग अब छह वर्षों में अपने उच्चतम स्तर पर है.
दुनिया में मांग कम हो रही लेकिन ईरान में तेज हुई- क्यों?
रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनिया भर में सोने के सिक्कों और बार की मांग पिछले तीन महीनों की तुलना में साल की दूसरी तिमाही में छह प्रतिशत गिर गई है. काउंसिल विश्लेषक लुईस स्ट्रीट ने कहा, "ईरान एकदम अलग था. यहां उपभोक्ताओं ने प्रॉक्सी निवेश के रूप में सोने के आभूषण खरीदे हैं जिससे तिमाही में मांग साल दर साल के हिसाब से 12 प्रतिशत बढ़ गई है."
स्ट्रीट ने कहा कि अमेरिकी टैरिफ मांगों और भू-राजनीतिक तनावों के कारण पहली तिमाही में सोने की कीमतें बनी रहीं, खासकर सोना समर्थित निवेश फंडों के लिए, अप्रैल-जून तिमाही में निवेश के रूप में इस धातु का मूल्य बना रहा.