ईरान के कर्नल की हत्या की इजरायल ने ली ज़िम्मेदारी, अमेरिका को दी जानकारी

ईरान (Iran) के कर्नल खोदाई की हत्या ऐसे समय हुई है जब ईरान और दुनिया की ताकतों की बीच 2015 की न्यूक्लियर डील (Nuclear Deal) पर बातचीत बीचे मार्च से अटकी पड़ी है.  ईरान की सबसे बड़ी मांग ये है कि अमेरिका गार्ड्स को आतंकी लिस्ट से निकाले, यह मांग अमेरिका ने खारिज कर दी है. 

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ईरान के राष्ट्रपति ने कर्नल सैयद खोदाई की हत्या का बदला लेने का प्रण लिया है (File Photo)

इज़रायल (Israel) ने अमेरिका (US) को बताया है कि वो पिछले हफ्ते हुई ईरानी रिवॉल्यूशनरी गार्ड (Irani Revolutionary Guards) के कर्नल की हत्या के लिए जिम्मेदार है. न्यूयॉर्क टाइम्स ने यह रिपोर्ट किया है.  कर्नल सैयद खोदाई को रविवार को मोटरबाइक सवार ने पीठ पर गोली मारी थी जब वो तेहरान में अपने घर के बाहर कार में बैठ रहे थे. ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी ने इस हत्या का बदला लेने की कसम खाई है और रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स ने इसे "अंतरराष्ट्रीय घमंडी तत्वों" पर इसका इल्जाम लगाया था, जो कि अमेरिका और उसके सहयोगियों को लिए कहा गया था जिसमें इजरायल भी शामिल है. 

द टाइम्स ने रिपोर्ट किया था कि एक सूत्र ने नाम ना बताने की शर्त पर बताया था कि इजरायल ने अमेरिकी अधिकारियों को बताया था कि यह हत्या ईरान के लिए एक चेतावनी थी कि वो कुद्स सेना के साथ मिल कर खुफिया अभियान चलाना बंद करें. कुद्स सेना रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स की विदेशी यूनिट है.  

ईरान के सरकारी ब्रॉडकास्टर ने खोदाई को कुद्स सेना के एक सदस्य के तौर पर परिभाषित किया.  इसने पहले बताया था कि यह कर्नल सीरिया में "जाना पहचाना" था. जहां ईरान ने सरकार को 11 साल की सिविल वॉर के दौरान समर्थन किया और जहां ईरान ने "सैन्य सलाहकार" नियुक्त किए.    

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उनके अंतिम संस्कार की दुआ राजधानी के सबसे बड़े इमाम ने पढ़ी. खोदाई के ताबूत को ईरानी झंडे में लपेटा गया और पोस्टरों में उसे शहीद बताया गया. खोदाई की हत्या ऐसे समय हुई है जब ईरान और दुनिया की ताकतों की बीच 2015 की न्यूक्लियर डील पर बातचीत बीचे मार्च से अटकी पड़ी है.   ईरान की सबसे बड़ी मांग ये है कि अमेरिका गार्ड्स को आतंकी लिस्ट से निकाले, यह मांग अमेरिका ने खारिज कर दी है. 
 

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