इजरायल और हमास ने संघर्ष विराम को जारी रखने के अंतरराष्ट्रीय आह्वान को शनिवार को खारिज कर दिया. दोनों ओर से हमले जारी रहे. इजरायल की ओर से गाजा में हवाई हमले किए गए और फिलिस्तीनी समूहों ने रॉकेट दागे. फिलिस्तीनी क्षेत्र के उत्तर में आसमान में फिर से धुआं छा गया. गाजा पट्टी की हमास सरकार ने कहा कि शुक्रवार को तड़के संघर्ष विराम समाप्त होने और युद्ध फिर से शुरू होने के बाद से 240 लोग मारे गए हैं.
इजरायल में सेना के होम फ्रंट कमांड ने देश के दक्षिण और केंद्र में 40 मिसाइल हमलों की चेतावनी जारी की. फिलिस्तीनी समूहों हमास और इस्लामिक जिहाद ने गाजा के पास तीन इजरायली नगरों में "रॉकेट बैराज" का ऐलान किया.
संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, गाजा में अनुमानित 17 लाख लोग (लगभग 80 प्रतिशत आबादी) आठ सप्ताह से जारी युद्ध के कारण विस्थापित हो गए हैं.
गाजा शहर के अल-अहली अरब अस्पताल के मुख्य चिकित्सक फादेल नईम ने कहा कि उनके मुर्दाघर में सुबह से 30 शव आए हैं. इनमें सात बच्चों के शव भी शामिल हैं.
43 साल के नेम्र अल-बेल ने एएफपी को बताया, "विमानों ने हमारे घरों पर बमबारी की, तीन बमों से तीन घर नष्ट हो गए." उन्होंने कहा कि, उनके परिवार के 10 लोगों की मौत होल गई है और 13 अन्य अभी भी मलबे के नीचे दबे हैं."
गाजा में लोगों के पास भोजन, पानी और अन्य जरूरी चीजों की कमी है और कई घर नष्ट हो गए हैं. संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों ने मानवीय आपदा घोषित कर दी है, हालांकि मदद सामग्री के कुछ ट्रक शनिवार को पहुंचे हैं.
फिलिस्तीन रेड क्रिसेंट सोसाइटी ने कहा था कि इजरायल और हमास के बीच संघर्ष विराम शुक्रवार को समाप्त होने के बाद इजरायल ने गैर सरकारी संगठनों से कहा था कि वे मिस्र से राफा सीमा पार सहायता काफिले न लाएं. लेकिन शनिवार को एक सोशल मीडिया पोस्ट में चैरिटी ने कहा कि उसके मिस्र के सहयोगी कई ट्रक भेजने में कामयाब रहे हैं.
दोनों पक्षों ने संघर्ष विराम टूटने के लिए एक-दूसरे को दोषी ठहराया है. संघर्ष विराम के दौरान ही 240 फिलिस्तीनी कैदियों के बदले में 80 इजरायली बंधकों को रिहा किया गया था.
संघर्ष विराम मिस्र और अमेरिका के समर्थन से कतर की मदद से किया गया था. हालांकि शनिवार को इजरायल ने कहा कि वह नए सिरे से संघर्ष विराम के उद्देश्य से चली बातचीत में गतिरोध के बाद दोहा से अपने वार्ताकारों को वापस बुला रहा है.
इजरायली नेता के दफ्तर ने कहा, "बातचीत में गतिरोध के बाद और प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के निर्देश पर मोसाद के प्रमुख डेविड बार्निया ने दोहा में अपनी टीम को इजरायल लौटने का आदेश दिया."
फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने सभी बंधकों को मुक्त करने, अधिक सहायता की इजाजत देने और इजरायल को उसकी सुरक्षा का आश्वासन देने के लिए "स्थायी युद्धविराम तक पहुंचने के लिए प्रयास तेज करने" की अपील की.