Israel to attack Iran: ईरान पर इजरायल के हमले का काउंटडाउन शुरू हो गया है. ईरान ने 1 अक्तूबर को इजरायल पर 200 मिसाइलों (Iran attack on Israel) से हमला किया था और तभी से यह अनुमान लगाया जा रहा था कि इजरायल इस हमले का जवाब देगा. इजरायल की लगातार जारी हमलावर कार्रवाई को रोकने के लिए ईरान पर हमले का दबाव बन रहा था क्योंकि ईरान पूरे इस्लामिक दुनिया का अपने आप को लीडर मानता रहा है. ऐसे में इजरायल के खिलाफ लड़ रहे हिजबुल्लाह (Hezbollah) और हमास (Hamas) के लड़ाकों का समर्थन करता रहा है. ऐसे में हमास और हिजबुल्लाह पर इजरायल की कार्रवाई के बाद से ईरान पर लगातार दबाव बना हुआ था कि वह इजरायल को जवाब दे. गौरतलब है कि हमास प्रमुख को इजरायल ने ईरान की राजधानी में ही मार गिराया जिसकी कल्पना ईरान ने नहीं की थी. बता दें कि इजरायल ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है. वहीं लेबनान (Lebanon) में हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह को मार गिराया. इसके बाद से ईरान पर सबकी निगाह टिकी थी कि वह क्या करता है.
जवाब देने को बेताब इजरायल
अब बारी इजरायल की है, हालांकि इजरायल पर संयम बरतने की सलाह अमेरिका (US advisory to Israel) की ओर से भी आई है. ईरान ने भी इजरायल का कोई खासा नुकसान नहीं किया है. ऐसे में अपने स्वभाव के अनुरूप इजरायल का हमला तो होना तय है.
ईरान पर हमले की योजना तैयार, अमेरिका करेगा बात
अब खबरें आ रही हैं कि इजरायल ने ईरान पर हमले की पूरी योजना बना ली है. इस हमले पर अमेरिका की भी निगाहें टिकी हुई हैं. खबरें आ रही हैं कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन जल्द ही इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू से बात करेंगे और हमले के बारे में जानकारी लेंगे.
अमेरिका के दबाव में इजरायल
मीडिया में छपी खबरों के मुताबिक अब यह संभव है कि इजरायल हमला करेगा. पहले कहा जा रहा था कि यह हमला ईरान के परमाणु केंद्रों पर, सैन्य ठिकानों पर, बड़े नेताओं पर, एयरफोर्स और नेवी के जहाजों पर हो सकता है, लेकिन अब बताया जा रहा है कि यह हमला परमाणु संयंत्रों पर नहीं किया जाएगा. गौरतलब है कि ईरान क हमले के बाद इजरायल की ओर से बयान में कहा गया था कि ईरान ने बड़ी गलती की है और उसे खामियाज़ा भुगतना पड़ेगा. इजरायल ने कहा था कि हमले का जवाब दिया जाएगा. हमले का समय और वक्त हम तय करेंगे.
अमेरिका भी चौंकन्ना
अब खबरें आ रही हैं कि इजरायल ने हमले की पूरी तैयारी कर ली है. इस हमले के बारे में अमेरिका से पूरी चर्चा होना संभव है. गौरतलब है कि अमेरिका की से साफ कहा गया है और ऐसा दशकों से होता आया है कि अमेरिका इजरायल के साथ पूरी तरह से खड़ा है. अमेरिका ने इजरायल को सैन्य मदद देने की घोषणा भी की है. इतना ही नहीं पूरे क्षेत्र में तनाव बढ़ने के बाद से अमेरिका ने अपनी नौसेना के कई जहाज इस इलाके की ओर मोड़ दिए हैं और ये जहाज ऐसे रणनीतिक स्थानों पर मौजूद हैं कि इजरायल पर किसी प्रकार के बढ़ते खतरे को काबू कर सकें.
लेबनान को इजरायल की चेतावनी
गौरतलब है कि ईरान के पर हमले से पहले इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने एक बयान जारी कर लेबनान को चेतावनी दी है कि वह हिजबुल्लाह से अपने को अलग कर ले और हिजबुल्लाह लड़ाकों को बाहर निकाल दे. ऐसा न करने पर इजरायल लेबनान को गाज़ा की तरह तबाह कर देगा. उधर, हिजबु्ल्लाह ने इजरायल पर फिर रॉकेटों से हमला किया है. इधर, इजरायल पूरे दम से लेबनान में हिजबुल्लाह को कुचलने के लिए सारे कदम उठा रहा है.