इजरायल-फिलिस्तीन युद्ध (Israel Palestine War) अब तक थमने का नाम नहीं ले रहा है. 24वें दिन भी दोनों देशों के बीच संघर्ष जारी है. इजरायल ने गाजा पर हमले और भी तेज कर दिए हैं, इससे सबसे ज्यादा नुकसान आम नागरिकों को उठाना पड़ रहा है. अमेरिका के व्हाइट हाउस की तरफ से रविवार को कहा गया कि इजरायल को हमास आतंकियों और आम नागरिकों के बीच अंतर करके गाजा के निर्दोष लोगों की रक्षा करनी चाहिए. दरअसल वैश्विक नेताओं ने युद्धग्रस्त फिलिस्तीनी क्षेत्र तमें जरूरी मानवीय सहायता पहुंचाने की मांग तेज कर दी है.
गाजा में ठप हो रही नागरिक व्यवस्था-UN
7 अक्टूबर को हमास के हमले के बाद इजरायल भी लगातार हमले कर रहा है. इजरायल ने हवाई हमलों के साथ ही जमीनी हमले भी तेजी कर दिए हैं. हमास के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक इजरायल के हमलों में अब तक 8 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनी मरे जा चुके हैं, जिनमें ज्यादातर बच्चे शामिल थे. वहीं संयुक्त राष्ट्र ने रविवार को चेतावनी दी कि गाजा में "नागरिक व्यवस्था" ध्वस्त होने लगी. हजारों लोगों ने गेहूं, आटा और अन्य जरूरी सामन के लिए खाद्य गोदामों में तोड़फोड़ की है.
अमेरिका की इजरायल को चोतावनी
वहीं लगातार हो रहे खूनखराबे के बीच बाइडेन प्रशासन ने रविवार को इज़रायल को चेतावनी दी कि नागरिकों के जीवन की रक्षा करनी जरूरी है. व्हाइट हाउस ने इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू को फोन कर कहा कि इजरायल को अपनी रक्षा करने का अधिकार है. लेकिन उसको अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून के हिसाब से नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता देनी चाहिए.
नागरिकों की रक्षा करे इजरायल-US
अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, जेक सुलिवन ने सीएनएन को बताया कि इज़रायल को हमास और आम नागरिकों के बीच अंतर करने के लिए हर संभव साधन का उपयोग करना चाहिए. व्हाइट हाउस के एक रीडआउट के मुताबिक, बाइडेन ने मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी से भी बात की और दोनों नेताओं ने आज से गाजा में सहायता बढ़ाने, इसमें और तेजी लाने के लिए प्रतिबद्धता जताई. अन्य वैश्विक नेताओं ने भी गाजा को तत्काल सहायता का आह्वान किया.
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