इजरायल और फिलिस्तीनी संगठन हमास (Hamas Group) के बीच 7 अक्टूबर से जंग (Israel Palestine Conflict)जारी है. हमास गाजा पट्टी से इजरायल की तरफ लगातार बमबारी कर रहा है और रॉकेट दाग रहा है. ऐसे में इजरायल ने 9 अक्टूबर को गाजा बॉर्डर (Gaza Border) पर कब्जे के बाद गाजा तक होने वाली बिजली सप्लाई रोक दी. गाजा का एकमात्र बिजली प्लांट बंद पड़ा है. 5 में से 3 वाटर प्लांट्स ने भी काम करना बंद कर दिया है. लोग बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं. यहां अंधेरे में सिर्फ बम के धमाकों और रॉकेट दागे जाने के बाद आसमान में आग के गोला देखे जा सकते हैं. इजरायली मंत्री ने कहा है कि गाजा जब तक बंधक बनाए गए इजरायलों को छोड़ नहीं देता, तब तक उसे बिजली-पानी नहीं मिलेगा.
गाजा पट्टी करीब 10 किलोमीटर चौड़ा और 41 किलोमीटर लंबा क्षेत्र है. 23 लाख से ज्यादा लोग रहते हैं. गाजा धरती पर सबसे ज्यादा भीड़भाड़ वाले जगहों में एक है. इसे ओपन जेल भी कहा जाता है. शनिवार से यहां लगातार बमबारी हो रही है. गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि बमबारी और गोलीबारी में अब तक 1000 से ज्यादा लोग मारे गए हैं.
35 वर्षीय यमन हमाद ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स को बताया, "मैं अतीत में सभी युद्धों और घुसपैठों से गुजर चुका हूं, लेकिन मैंने इस युद्ध से बदतर कुछ भी नहीं देखा. हमद चार बच्चों के पिता हैं. उनका घर उत्तरी गाजा शहर के बेत हनौन में था, जो इजरायली हमलों से तबाह हो गया है.
दक्षिणी गाजा के खान यूनिस इलाके के एक अस्पताल में सैकड़ों लोग मुर्दाघर के बाहर अपने प्रियजनों के लाशें लेने के लिए लाइन में खड़े हैं. अस्पताल में बिजली नहीं होने के कारण कूलर या एसी काम नहीं कर रहे हैं. लिहाजा शवों को जमीन पर ही ऐसे खुला रखा गया है. परिवार के लोग और रिश्तेदार-दोस्त इस भीषण गर्मी अपने प्रियजनों के जाने का मातम भी मनाना नहीं चाहते. लाशें इस गर्मी में सड़ने न लगे, इसलिए जितनी जल्दी हो सके अंतिम संस्कार कर दिया जा रहा है.
'रॉयटर्स' ने गाजा में कई लोगों से बात की. इनमें से ज्यादातर ने कहा कि उन्होंने हमले और जंग तो कई देखे, लेकिन इस बार जैसी स्थिति है, वैसी पहले कभी नहीं देखी. गाजा पट्टी के साथ सिर्फ इजिप्ट की सीमा लगती है. लेकिन इजरायल के कहने पर इजिप्ट ने यहां घेराबंदी कर दी है. गाजा के लोगों को कहना है कि वो ऐसी हालत में फंस गए हैं. उनका कहना है कि अभी सबसे बुरा दौर आना बाकी है.
इजरायल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने बुधवार को गाजा में मिलिट्री ऑपरेशन तेज करने का वादा करते हुए कहा कि इजरायल धरती से हमास का नामोनिशान मिटा देगा. हमास और स्थानीय निवासियों के मुताबिक, इजरायल के साथ सीमा से लगा गाजा का बेत हनौन इलाका जवाबी इजरायली हमलों से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है. यहां घर तबाह हो गए हैं. हजारों लोग विस्थापित हो गए.