इजरायल आपकी लड़ाई लड़ रहा, पश्चिमी नेता दबाव में झुक गए होंगे लेकिन... UN में नेतन्याहू, ट्रंप पलटे

नेतन्याहू, इज़रायल के पूर्व रक्षा मंत्री योआव गैलेंट के साथ, अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय में युद्ध अपराध के आरोपों का सामना कर रहे हैं. शुक्रवार का भाषण उनके लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के सबसे बड़े मंच पर पलटवार करने का एक मौका था.

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  • नेतन्याहू ने कहा कि इज़रायल को हमास के खिलाफ अपना काम पूरा करना होगा और बंधकों को छोड़ा जाना चाहिए.
  • ट्रंप ने स्पष्ट किया कि वे वेस्ट बैंक पर इज़रायल के कब्जे की अनुमति नहीं देंगे और रुकने का समय आ गया है.
  • फ़िलिस्तीनी युवा आंदोलन की नेता निदा लाफ़ी ने इज़रायल को जातीय सफ़ाए और ज़मीन की चोरी के लिए दोषी ठहराया.
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इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को शुक्रवार को न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र (UN) महासभा में अपने भाषण के दौरान सामूहिक बहिष्कार का सामना करना पड़ा. जब उन्होंने गाजा परयुद्ध जारी रखने की कसम खाई, तो उन्हें उपहास और तालियों का मिला-जुला सामना करना पड़ा. उन्होंने कहा कि इज़रायल को हमास के खिलाफ "काम पूरा करना होगा". उन्होंने बताया कि उनका भाषण गाजा में लाउडस्पीकरों के ज़रिए प्रसारित किया जा रहा है, ताकि इज़रायली बंधक इसे सुन सकें. उन्होंने यह भी दावा किया कि गाजा में लोगों को मोबाइल फोन के ज़रिए उनका भाषण सुनाया जा रहा है.

नेतन्याहू ने दी धमकी

नेतन्याहू ने बंधकों को दिलासा देते हुए कहा, "हम तुम्हें एक पल के लिए भी नहीं भूले हैं. इज़रायल के लोग तुम्हारे साथ हैं," हमास को दिए एक संदेश में उन्होंने कहा, "अपने हथियार डाल दो. मेरे लोगों को जाने दो. अगर तुम ऐसा करोगे, तो तुम ज़िंदा बच जाओगे. अगर तुम ऐसा नहीं करोगे, तो इज़रायल तुम्हारा शिकार करेगा."

नेतन्याहू ने कहा कि "पश्चिमी नेता दबाव में झुक गए होंगे," लेकिन उन्होंने गारंटी दी कि "इज़रायल ऐसा नहीं करेगा." उन्होंने फ़िलिस्तीनी राज्य को मान्यता देने वाले देशों की आलोचना की और कहा कि उनका फ़ैसला "शर्मनाक" है और "यहूदियों और दुनिया भर के निर्दोष लोगों के ख़िलाफ़ आतंकवाद को बढ़ावा देगा."

इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यह कहते हुए अपना रुख स्पष्ट कर दिया है, "मैं इज़रायल को वेस्ट बैंक पर कब्ज़ा करने की इजाज़त नहीं दूंगा. नहीं, मैं इसकी इजाज़त नहीं दूंगा. ऐसा नहीं होने वाला है", और आगे कहा, "बहुत हो चुका. अब रुकने का समय आ गया है."

नेतन्याहू, इज़रायल के पूर्व रक्षा मंत्री योआव गैलेंट के साथ, अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय में युद्ध अपराध के आरोपों का सामना कर रहे हैं. शुक्रवार का भाषण उनके लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के सबसे बड़े मंच पर पलटवार करने का एक मौका था. जब वह बोल रहे थे, तब फ़िलिस्तीनी समर्थक प्रदर्शनकारी कड़ी सुरक्षा वाले संयुक्त राष्ट्र से कुछ ही ब्लॉक दूर जमा हो गए.

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फ़िलिस्तीनी युवाओं ने क्या कहा

फ़िलिस्तीनी युवा आंदोलन की एक आयोजक निदा लाफ़ी ने कहा, "इज़रायल ने इस दुनिया के हर कर्तव्यनिष्ठ इंसान के ख़िलाफ़ युद्ध छेड़ दिया है." इस पर वहां एकत्रित भीड़ "शर्म करो" के नारे लगाने लगी. एसोसिएटेड प्रेस ने लाफ़ी के हवाले से बताया, "जनता इस सच को जान गई है कि यह युद्ध हमेशा से फ़िलिस्तीन के पूर्ण जातीय सफ़ाए, फ़िलिस्तीनी ज़मीन के शोषण और चोरी के बारे में था."

नेतन्याहू ने यह भी दावा किया कि इज़रायल दूसरे देशों की ओर से कट्टरपंथी इस्लाम से लड़ रहा है.  उन्होंने कहा, "आप गहराई से जानते हैं कि इज़रायल आपकी लड़ाई लड़ रहा है."

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