इजरायल ने ईरान पर एक और बड़ा हमला किया है, जिसके बाद ईरान में हवाई सुरक्षा सक्रिय कर दी गई है. सरकारी मीडिया के अनुसार, तेहरान के दक्षिणी भाग में मिसाइलों को रोक लिया गया है. इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान ब्रॉडकास्टिंग (IRIB) ने पश्चिमी तेहरान में नए हमलों की सूचना दी है. इस्फहान के परमाणु रिएक्टर हमला हुआ. साथ ही तेहरान के मेहराबाद हवाई अड्डे के निकट एक विस्फोट की आवाज सुनी गई है.
ईरान ने दागी दर्जनों मिसाइलें, पूरे इजराइल में बज रहे सायरन
ईरानी मिसाइल हमले के बाद पूरे इजराइल में हवाई हमले के सायरन बजने लगे हैं. पूरे यरुशलम में विस्फोटों की गड़गड़ाहट सुनी जा सकती है और इज़राइली टीवी स्टेशनों ने मिसाइल हमले के बाद तेल अवीव में धुएं के गुबार उठते दिखाए हैं. हताहतों की तत्काल कोई रिपोर्ट नहीं मिली. सेना ने कहा कि दर्जनों मिसाइलें दागी गईं.
नेतन्याहू को देश के बाहर ले जाया गया
IRNA के मुताबिक- नेतन्याहू को देश से बाहर ले जाया गया है. उन्हें देश के बाहर किसी सुरक्षित जगह पर ले जाया गया है.
रान की सेना वायु रक्षा कमान ने घोषणा की है कि गिराए गए जेट विमान F-35 'अदिर' हैं. ईरान ने 'ऑपरेशन सादिक प्रोमिस 3' के जरिए यह पलटवार किया है
लीडर खामेनेई ने क्या कहा?
ईरान के सुप्रीम लीडर खामेनेई ने कहा कि इजरायल को सजा दिए बिना नहीं छोड़ेंगे. हमारी सेनाएं उनके लिए मुश्किलें खड़ी कर देंगी.
तेल अवीव में अब धुआं उठ रहा है.
ईरान ने इजराइल पर मिसाइल दागी
आईडीएफ ने कहा कि इजराइल वायुसेना ईरान में रॉकेट लांचरों और यूएवी बुनियादी ढांचे पर हमले जारी रखे हुए है. IRIB के अनुसार, तेहरान के पास एक शहर, करज को भी निशाना बनाया गया था. बीबीसी ने एक वीडियो की पुष्टि की है जो तेहरान के पास एक नए हमले के बाद की स्थिति को दर्शाता है. फोर्डो भूमिगत परमाणु स्थल के पास दो विस्फोट की आवाज सुनी गई.
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने शुक्रवार को इजरायल द्वारा ईरान में किए गए हमलों के बाद टिप्पणी की, जिसमें उसके परमाणु कार्यक्रम और सैन्य स्थलों को निशाना बनाया गया, जिसमें कम से कम दो शीर्ष सैन्य अधिकारी मारे गए .
आईडीएफ ने क्या कहा?
आईडीएफ (IDF) ने बयान जारी कर कहा कि ईरान से इजरायल राज्य के क्षेत्र की ओर दागी गई मिसाइलों की पहचान की थी. रक्षा प्रणालियां खतरे को रोकने के लिए काम कर रही हैं. लोगों को निर्देश दिया गया है कि वे संरक्षित स्थान में प्रवेश करें और अगली सूचना तक वहीं रहें. सुरक्षित स्थान को छोड़ने की अनुमति केवल स्पष्ट निर्देश के बाद ही दी जाती है. सेना के निर्देशों का पालन करना जारी रखें.
आईएएफ के लड़ाकू विमानों ने खुफिया निदेशालय से सटीक खुफिया जानकारी के आधार पर इस्फहान क्षेत्र में ईरानी शासन के परमाणु स्थल पर हमला किया. इस हमले में धातु यूरेनियम उत्पादन की सुविधा, बुनियादी ढांचा, प्रयोगशालाएं और अतिरिक्त बुनियादी ढांचा नष्ट हो गया.
ईरानी वायु रक्षा प्रणाली ने तेहरान में इजरायली ठिकानों पर हमला किए जाने के बाद ईरानी नागरिक 'इज़रायल मुर्दाबाद' के नारे लगा रहे हैं.
ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने कहा कि इजरायली आक्रामकता के प्रति ईरान की प्रतिक्रिया कठोर होगी. सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामेनेई ने जनरल आमिर हतामी को ईरानी सेना का सर्वोच्च कमांडर नियुक्त किया है. हातमी 2017 से 2021 तक ईरान के रक्षा मंत्री थे.
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने कहा कि हम ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर बातचीत फिर से शुरू करने का आह्वान करते हैं. हम ऐसी दुनिया में नहीं रह सकते जहां ईरान के पास परमाणु बम है, क्योंकि यह हम सभी की सुरक्षा के लिए खतरा है.
ईरान में यूएवी प्रक्षेपण के लिए बुनियादी ढांचे पर हमले का फुटेज आईडीएफ ने जारी किया है. वहीं, ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई ने इजरायल को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा है कि इजरायल के हमले का कड़ा जवाब दिया जाएगा.
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला किया है. यह कार्रवाई इजरायल की सुरक्षा के लिए की गई है, क्योंकि ईरान परमाणु हथियार विकसित करने की कोशिश कर रहा था. इजरायल ने ईरान के परमाणु वैज्ञानिकों और यूरेनियम संवर्धन सुविधाओं को निशाना बनाया है, जो परमाणु हथियार बनाने के लिए महत्वपूर्ण हैं.
बीबीसी ने एक वीडियो की पुष्टि की है जिसमें तेहरान के निकट ताजा हमले के बाद की स्थिति दिखाई गई है. ईरान ने इस हमले का बदला लेने की कसम खाई है. इजरायल के हमले के बाद पश्चिमी देशों ने परमाणु हथियार बनाने को लेकर ईरान को कड़ी फटकार लगाई है, जबकि मुस्लिम देशों ने इजरायल की कार्रवाई की निंदा की है.
यूएस और ईरान के बीच जो बातचीत चल रही थी उसे खत्म करने के लिए भी ये हमला किया है. दुश्मन मुल्क उस पर हमला करे उससे पहले ही वह खतरे को मिटा देना चाहता है. ईरान की बात करें तो उससे के लिए बहुत बड़ा झटका है. उसका सहयोग करने वाले कमजोर हुए हैं, चाहें वो हूती हों या हमास.
मध्य पूर्व में तनाव बढ़ गया है, और वैश्विक स्तर पर चिंता बढ़ गई है. इजरायल और ईरान के बीच युद्ध की आशंका बढ़ गई है, जिसका क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर व्यापक प्रभाव पड़ सकता है.