राष्ट्रपति जो बाइडन ने गुरुवार को इस्लामिक स्टेट के नेता अबू इब्राहिम अल-हाशिमी अल-कुरैशी की मौत की विस्तृत जानकारी दी. जिसने सीरिया में अमेरिकी छापे के दौरान अपने परिवार के साथ खुद को उड़ा लिया. सीरिया के उत्तर-पश्चिमी इदलिब क्षेत्र में रात के समय विशेष बलों की छापेमारी ने जिहादी समूह को सबसे बड़ा झटका दिया, क्योंकि कुरैशी का आका अबू बक्र अल-बगदादी भी 2019 में इसी तरह के ऑपरेशन में मारा गया था.
काबुल में सेना अस्पताल पर ISIS आतंकियों का हमला, 19 की मौत, 50 जख्मी
बाइडन ने कहा, "कल रात के ऑपरेशन ने एक प्रमुख आतंकवादी नेता को युद्ध के मैदान से बाहर कर दिया. जैसे ही हमारे सैनिकों ने आतंकवादी को पकड़ने के लिए संपर्क किया, हताश कायरता के अंतिम कार्य में अपने अपरमाधों की सजा काटने के बजाए उसने इमारत में अपने परिवार या अन्य लोगों की जान की परवाह किए बिना खुद को उड़ाने का फैसला किया. इस धमाके में कुरैशी अपने परिवार के कई सदस्यों को अपने साथ ले गया, जैसा कि उसे आका ने किया था."
अफगानिस्तान आत्मघाती हमले में अमेरिकी सैनिकों समेत कम से कम 72 की मौत
बाइडन ने कहा कि सीरिया के ऑपरेशन ने दुनिया भर के आतंकवादियों को एक कड़ा संदेश दिया है कि "हम आपके पीछे आएंगे और आपको ढूंढेंगे. मैं अमेरिकी लोगों को आतंकवादी खतरों से बचाने की कोशिश कर रहा हूं और मैं इस देश की रक्षा के लिए निर्णायक कार्रवाई करूंगा, इसके लिए अमेरिकी सेना हमेशा सतर्क रहेगी और तैयार रहेगी. आम लोगों की जिंदगियों का ध्यान रखते हुए हवाई हमले की बजाय विशेष बलों की छापेमारी हवाई हमले के बजाय "नागरिक हताहतों को कम करने" के लिए की गई थी.
उन्होंने कहा, "यह जानते हुए कि इस आतंकवादी ने खुद को परिवारों और बच्चों के साथ रखा हुआ था, हमने हवाई हमले में उसे (कुराशी) को निशाना बनाने के बजाय, अपने लोगों के लिए बहुत अधिक जोखिम पर विशेष बलों की छापेमारी करने का विकल्प चुना."
काबुल ड्रोन हमले पर US ने मांगी माफी, 'हमले में आतंकी नहीं आम लोग मारे गए'