ईरान के राष्ट्रपति ने पीएम मोदी से की बात, पहलगाम आतंकी हमले की निंदा

राष्ट्रपति ने कहा कि ईरान भारतीय राष्ट्र और महात्मा गांधी और जवाहरलाल नेहरू जैसे उसके प्रमुख व्यक्तियों को बहुत सम्मान देता है - जो शांति, मित्रता और सह-अस्तित्व के दूत थे. उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि यह भावना सभी देशों के साथ भारत के संबंधों में बनी रहेगी.

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ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने हाल ही में भारतीय प्रशासित कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की निंदा की और आतंकवाद का सामना करने के लिए क्षेत्रीय सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ फोन पर बातचीत में राष्ट्रपति पेजेशकियन ने कहा कि इस्लामिक गणराज्य आतंकवाद के ऐसे अमानवीय कृत्यों की कड़ी निंदा करता है.

पेजेशकियन ने जोर देकर कहा कि ये दुखद घटनाएं क्षेत्र के सभी देशों की साझा जिम्मेदारी को बढ़ाती हैं और क्षेत्रीय राज्यों को सहानुभूति, एकजुटता और घनिष्ठ सहयोग के माध्यम से आतंकवाद की जड़ों को मिटाने के लिए मजबूर करती हैं, जिससे क्षेत्र के देशों के लिए स्थायी शांति और सौहार्द सुनिश्चित हो सके.

राष्ट्रपति ने कहा कि ईरान भारतीय राष्ट्र और महात्मा गांधी और जवाहरलाल नेहरू जैसे उसके प्रमुख व्यक्तियों को बहुत सम्मान देता है - जो शांति, मित्रता और सह-अस्तित्व के दूत थे. उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि यह भावना सभी देशों के साथ भारत के संबंधों में बनी रहेगी.

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ईरान और भारत के बीच आपसी आर्थिक संबंधों के बारे में उन्होंने पहले से कहीं अधिक व्यापार और बुनियादी ढांचे में सहयोग के विस्तार की उम्मीद जताई. राष्ट्रपति ने कहा कि चाबहार बंदरगाह का विकास क्षेत्र में रणनीतिक बातचीत के लिए एक केंद्र और ईरान, भारत और रूस के बीच एक महत्वपूर्ण संपर्क बिंदु के रूप में काम कर सकता है. पेजेशकियन ने भारतीय प्रधानमंत्री को तेहरान आने का निमंत्रण भी दिया और कहा कि ईरान मैत्रीपूर्ण और रचनात्मक माहौल में भारत के साथ व्यापक सहयोग को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा करने का इच्छुक है.

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पीएम मोदी ने पहलगाम में हुए दुखद आतंकवादी हमले के बारे में ईरान की सहानुभूति की सराहना की और कहा कि नई दिल्ली तेहरान के इस दृष्टिकोण से पूरी तरह सहमत है कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के लिए क्षेत्र के सभी देशों की एकता और व्यापक सहयोग की आवश्यकता है. उन्होंने शांति और सुरक्षा को बढ़ावा देने में ईरान की रचनात्मक भूमिका की भी प्रशंसा की और कहा कि भारत क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्थिरता को बढ़ाने के लिए इस्लामी गणराज्य के प्रयासों का समर्थन करता है.

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प्रधानमंत्री ने ईरान और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच मतभेदों सहित मतभेदों के लिए एक कूटनीतिक समाधान की आवश्यकता पर भी जोर दिया. उन्होंने शाहिद रजई बंदरगाह पर हुए भीषण विस्फोट पर गहरा दुख व्यक्त किया और इस घटना के बाद ईरान की सहायता करने के लिए भारत की तत्परता से अवगत कराया. मोदी ने ईरानी राष्ट्रपति को अपनी हार्दिक शुभकामनाएं भी दीं, इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता के स्वास्थ्य के लिए अपनी आशाएं व्यक्त कीं और ईरान के महान राष्ट्र की निरंतर प्रगति के लिए अपनी आकांक्षाएं व्यक्त कीं.

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